नयी दिल्ली : ‘सम-विषम’ योजना के तहत आज बसों और मेट्रो में शुरुआती कुछ घंटों के दौरान भीड भाड का आलम रहा जबकि सडकों पर ज्यादातर सम नंबर प्लेटों वाली कारें नजर आ रही हैं. साथ ही, सडकों पर भारी संख्या में यातायात पुलिस के कर्मी और स्वयं सेवक मुस्तैद हैं. बताया जा रहा है कि लोगों ने भीड़ से बचने व जल्दी पहुंचने के लिए मेट्रो का सहारा ले रहे हैं. अन्य दिनों की तुलना में मेट्रो के फेरे बढ़े तो भीड़ भी आज ज्यादा नजर आयी. कुछ रूट पर मेट्रो में जबरदस्त भीड़ है.
दिल्ली सरकार ने पूरी तरह से कामकाजी दिन में नंबर के आधार पर कार योजना लागू होने पर ‘वास्तविक चुनौती’ को लेकर कल एहतियाती उपायों की एक श्रृंखला की घोषणा की थी और इसके तहत अतिरिक्त बसों को उतारा गया है. नियम का उल्लंघन करने वालों पर शिकंजा कसने की अपनी ईच्छा का संकेत देते हुये सरकार ने गलती करने वाले मोटर सवारों की तस्वीर लेने के लिए नागरिक सुरक्षा सहित स्वयंसेवकों, एनसीसी और एनएएस कैडेटों और विभिन्न स्थानों पर गुप्त कैमरे लगाए हैं. इस बीच, विषम संख्या नंबर की कार वाले उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया साईिकल से कार्यालय गये. उन्होंने शनिवार को भी ऐसा ही किया था.
सरकार ने बताया कि डीटीसी आज करीब 64 लाख यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाएगी जो आमतौर पर यात्रा करने वालों की संख्या से अधिक है. मेट्रो में 32 लाख यात्रियों के सवारी करने की संभावना है. योजना को लागू करने के लिए यातायात पुलिस के अतिरिक्त 100 टीमों को तैनात किया गया है जो 15 जनवरी तक काम पर रहेंगे। सप्ताहंतों में यह टीम सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक काम पर रहेगी. इसके आलावा, परिवहन विभाग की दो शिफ्टों में काम कर रही 66 टीमों की 33-33 टीमें दो शिफ्टों में सुबह से शाम तक काम कर रही है.
100 बसों की एक विशेष दस्ता चार जोनों में 25-25 बसों की संख्या में अतिरिक्त सेवा दे रही हैं. परिवहन मंत्री गोपाल राय ने बताया कि इसके अलावा यात्रियों की संख्या मंे नैसर्गिक रुप से वृद्धि पर विचार करते हुये डीटीसी ने 1,000 स्कूल बसों को भी उतारा. राय ने कल सूचना दी थी सभी संबंधित एजेंसियों ने अब तक 567 चालान काटे हैं और सवारी ले जाने से इंकार करने पर 348 ऑटो वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.