पठानकोट हमले के बाद बोली कांग्रेस, गृहमंत्री को पता नहीं कितने आतंकी मारे गये
नयी दिल्ली: पठानकोट आतंकवादी हमले से निपटने के सरकार के तरीके पर प्रहार करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि घटना पर ‘‘विरोधाभासी” बयानों से पता चलता है कि ‘‘संस्थागत तंत्र नाकाम” हो गया है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी शक्तियां अपने हाथों में ‘‘केंद्रित” कर ली हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आंतरिक […]
नयी दिल्ली: पठानकोट आतंकवादी हमले से निपटने के सरकार के तरीके पर प्रहार करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि घटना पर ‘‘विरोधाभासी” बयानों से पता चलता है कि ‘‘संस्थागत तंत्र नाकाम” हो गया है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी शक्तियां अपने हाथों में ‘‘केंद्रित” कर ली हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आंतरिक सुरक्षा स्थिति को ‘‘गंभीर” करार दिया और उम्मीद जताई कि आतंकवादी खतरे को नाकाम करने में केंद्र सभी आवश्यक कदम उठा रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने सरकार पर जोरदार हमला करते हुए आरोप लगाया कि संस्थागत प्रणाली ‘‘नाकाम” हो गई है और सरकार ‘‘अंधेरे में” है.
माकन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘संस्थाएं अलग…अलग काम कर रही हैं न कि एकजुट होकर और यह भयावह है. यहां तक कि गृह मंत्री को पता नहीं है कि कितने आतंकवादी मारे गए. गृह मंत्री को यह भी नहीं पता है कि अभियान चल रहा है या खत्म हो गया. जब गृह मंत्री कहते हैं कि ऑपरेशन खत्म हो गया है तो गृह सचिव कहते हैं कि यह जारी है.” उन्होंने कहा, ‘‘अगर गृह मंत्री को नहीं मालूम है कि क्या हुआ तो यह दर्शाता है कि इस सरकार में संस्थागत तंत्र किस कदर नाकाम हो गया है. यह दिखाता है कि सरकार को कुछ नहीं पता है. सरकार के एक हिस्से को यह नहीं पता है कि चीजें कैसे चल रही हैं.”
उन्होंने अफसोस जताया कि 56 घंटे बीत जाने के बावजूद यह पता नहीं है कि सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई भी है या नहीं. माकन ने आरोप लगाया, ‘‘ऐसी गंभीर स्थिति पर सक्रिय होने वाला संस्थागत तंत्र खत्म कर दिया गया है, क्योंकि प्रधानमंत्री ने सभी शक्तियां अपने हाथों में ले ली हैं. सीसीएस एक उदाहरण है जो दिखाता है कि प्रधानमंत्री हर चीज पीएमओ से करने का प्रयास कर रहे हैं और संबंधित मंत्री तक को विश्वास में नहीं लिया जाता है.”