पठानकोट में अभियान पूरा होने के बाद ही भारत-पाक वार्ता पर फैसला : जेटली
नयी दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री अरण जेटली ने आज कहा कि पाकिस्तान के साथ इस महीने के अंत में प्रस्तावित विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर आगे बढने के बारे में फैसला भारत पठानकोट में वायु सेना के अड्डे से आतंकवादियों के सफाये के लिए चल रहे अभियान के पूरा होने के बाद ही करेगा. […]
नयी दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री अरण जेटली ने आज कहा कि पाकिस्तान के साथ इस महीने के अंत में प्रस्तावित विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर आगे बढने के बारे में फैसला भारत पठानकोट में वायु सेना के अड्डे से आतंकवादियों के सफाये के लिए चल रहे अभियान के पूरा होने के बाद ही करेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में अनेक मुद्दों के साथ आतंकवादी हमले के मुद्दे पर चर्चा होने के बाद जेटली ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि अभियान पूरा हो जाए और उसके बाद ही सरकार ऐसे मामलों में कोई विचार कर सकती है.’ जेटली से भारत-पाक वार्ता की योजना पर आतंकी हमले के असर के बारे में पूछा गया था.
आतंकवादियों की पहचान के संबंध में पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि अभी हम उस स्तर पर हैं जहां अभियान जारी है और इसलिए मेरे लिए इससे ज्यादा कुछ कहना उचित नहीं होगा.’ जेटली ने कहा कि तलाशी अभियान में समय लग रहा है क्योंकि वायु सैनिक अड्डा बडे परिसर में फैला है जिसका घेरा 24 किलोमीटर का है.
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल आतंकवादियों को एक इलाके तक सीमित करने में सफल रहे हैं और वायु सैनिक अड्डे पर किसी भी सामरिक संपत्ति को संभावित नुकसान को रोकने में कामयाब रहे हैं. धरपकड अभियान इसलिए लंबा हो रहा है क्योंकि वहां विस्फोटक हो सकते हैं. जेटली ने कहा कि सुरक्षा बलों ने तत्काल कार्रवाई की. उनके मुताबिक आतंकवादी पठानकोट वायु सैनिक अड्डे पर सामरिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के मुख्य मकसद से आये थे.
उन्होंने कहा, ‘‘ये कुशल प्रशिक्षित आतंकवादी थे और आत्मघाती दस्ते का हिस्सा थे. जब इस तरह के फिदायीन हमले होते हैं तो बडा नुकसान होने की आशंका होती है. परिसर बहुत बडा है.’ वित्त मंत्री के मुताबिक चार आतंकवादियों के शव मिल गये हैं और दो और के शव खोजे जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा बल इस बाबत घोषणा करेंगे.’
WATCH: FM Jaitley being asked on #Pathankot attack by ANI Editor Smita Prakash and if lessons were learnt from 26/11https://t.co/O2Nt85Q0K1
— ANI (@ANI) January 4, 2016