पठानकोट हमला : डोभाल ने पाक में जंजुआ से की बात
नयी दिल्ली : पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले को लेकर भारत ने कड़ा रुख अपना लिया है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने इस बाबत पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार नजीरजंजुआ से फोन पर बात की है. बातचीत के दौरान डोभाल ने पाक एनएसए को पठानकोट आतंकी हमले से संबंधित सभी सबूत सौंपे हैं और […]
नयी दिल्ली : पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले को लेकर भारत ने कड़ा रुख अपना लिया है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने इस बाबत पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार नजीरजंजुआ से फोन पर बात की है. बातचीत के दौरान डोभाल ने पाक एनएसए को पठानकोट आतंकी हमले से संबंधित सभी सबूत सौंपे हैं और कार्रवाई की उम्मीद जतायी है. बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी एनएसए ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. डोभाल ने घटना की जानकारी देने के साथ ही फोन कॉल की सारी डीटेल, बरामद हथियारों की पूरी जानकारी और हैंडलरों के आवाजों के नमूने आदि सौंपे हैं.वहीं दूसरी ओर खबर है कि आज रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर वायुसेना और थलसेना प्रमुखों के साथ पठानकोट वायुसेना अड्डे का दौरा करेंगे.
80 घंटो से मुठभेड़जारी
आपको बता दें कि पठानकोट में पिछले करीब 80 घंटो से मुठभेड़ जारी है. चश्मदीदों की माने तो बीती देर रात से एयर फ़ोर्स सेंटर में फायरिंग नहीं हुई है. यहां हेलीकाप्टर से निगरानी रखी जा रही है. यहां एयर फ़ोर्स सेंटर के अंदर जा रहे कर्मचारियों, आम नागरिको की पहचान और जांच की जा रही है.
बंदूकें खामोश
पठानकोट एयर फ़ोर्स सेंटर में आज उस वक्त हलचल तेज़ हो गयी जब एनएसजी, सेना और वायु सेना के वरिष्ट अधिकारी मौके पर पहुंचे. भारतीय वायुसेना स्टेशन में घुसे आतंकियों के खिलाफ अभियान के चौथे दिन आज सुबह बंदूकें तो खामोश रहीं लेकिन सुरक्षाकर्मी इस प्रतिष्ठान की पूरी छानबीन के लिए खोजी एवं तलाशी अभियानों में जुटे रहे. रक्षा सूत्रों ने कहा कि पंजाब स्थित एयरबेस पर गोलीबारी आज सुबह बंद हो गई. एयरबेस पर हमला शनिवार तडके किया गया था. उन्होंने कहा कि रक्षा प्रतिष्ठान की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खोज एवं तलाशी अभियान जारी हैं.
हो सकती है आपात बैठक
इसी बीच पठानकोट हमले और अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले के मद्देनजर ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि अगले सप्ताह वार्ताओं के लिए विदेश सचिव जयशंकर की इस्लामाबाद यात्रा को टाल दिया जाएगा. ऐसी संभावना है कि दोनों देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अगले कुछ दिन में एक आपात बैठक कर सकते हैं और इसके बाद विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर निर्णय लिया जाएगा.