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सुपुर्द- ए- खाक हुए मुफ्ती मोहम्मद सईद

नयी दिल्ली/श्रीनगर:जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद को उनके पुश्तैनी गांव अनंतनाग के बिजबहैरा स्थित गांव में आज राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द ए खाक कर दिया गया. जनाजे की नमाज के बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गयी. पुलिस बैंड ने भी शोक का धुन बजाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2016 9:42 AM

नयी दिल्ली/श्रीनगर:जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद को उनके पुश्तैनी गांव अनंतनाग के बिजबहैरा स्थित गांव में आज राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द ए खाक कर दिया गया. जनाजे की नमाज के बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गयी. पुलिस बैंड ने भी शोक का धुन बजाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री और पीडीपी के नेता मुफ्ती मोहम्मद सईद का आज सुबह करीब 8 बजे दिल्ली में निधन हो गया. वह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पिछले 15 दिनों से भर्ती थे जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. सईद की हालत और बिगड़ने के बाद पिछले दिनों डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर में शिफ्ट कर दिया था.उनके पार्थिव शरीर को श्रीनगर स्थित उनके आवास लाया जा चुका है.यहां उनके शव को अंतिम दर्शनार्थ रखा गया था. पार्थिव शरीर को दक्षिण कश्मीर में उनके पैतृक गांव बिजबेहडा में दफनाया जाएगा, जो श्रीनगर के करीब 48 किलोमीटर दूर थी.

सईद के निधन के बाद जम्मू कश्मीर सरकार ने सात दिन के शोक और आज अवकाश की घोषणा की है. इस दौरान झंडे आधे झुके रहेंगे. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सईद के निधन पर जताया शोक जताया.सईद के निधन की खबर सुनकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ,कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ,उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी सहित कई राजनेता एम्स पहुंचे. पालम एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी सहित कई राजनेताओं ने सईद को श्रद्धांजलि दी.

राजनीतिक गलियारे में शोक

सईद की मौत की मिलते ही राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ पड़ी. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं सईद जी के निधन की खबर सुनकर काफी दुखी और सदमें में हूं, भगवान उनकी आत्मा को शांति दें. कांग्रेस के मीम अफजल ने कहा कि सईद जी के निधन से देश को काफी छति पहुंची है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है. उनके निधन से मुझे काफी दुख हुआ है. वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुफ्ती साहब के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. एक महान नेता और अच्छे व्यक्तित्व होने के नाते देश उन्हें याद करेगा. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.पीएम मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मुफ्ती साहब के जाने से देश के साथ साथ जम्मू-कश्मीर को गहरी क्षति हुई है जहां उनके अनुकरणीय नेतृत्व से लोगों के जीवन में गहरा असर पड़ा. राष्‍ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा कि सईद के निधन पर संवेदना व्यक्त करता हूं. राजनीति में उनके योगदान को भूला नहीं जा सकता है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सईद जी के निधन की खबर सुनकर आहत हूं. मेरी संवेदना उनके परिवार के साथ है.

24 दिसंबर को किया गया था एम्स में भर्ती

आपको बता दें कि 79 वर्षीय सईद को 24 दिसंबर को गर्दन में दर्द और बुखार के बाद एम्स में भर्ती किया गया था. गौरतलब है कि पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में कश्मीर घाटी में उनकी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने शानदार जीत दर्ज की थी. इसके बाद पीडीपी ने भाजपा के समर्थन से सरकार बनाई थी.

देश के पहले मुस्लिम गृह मंत्री
देश की राजनीति में लंबे समय तक हिस्सा रहे जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का भारतीय राजनीति में योगदान अमूल्य है. उन्हें देश के पहले मुस्लिम गृह मंत्री बनने का गौरव प्राप्त है. जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री बनने तक का उनका सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है. वह अपनी विचारधारा को लेकर हमेशा चर्चा में रहे यही वजह है कि सईद का राजनीतिक जीवन हमेशा से विवादों में घिरा रहा है.

बिजबेहरा में हुआ जन्म

सईद का जन्म 12 जनवरी 1936 में जम्मू कश्मीर के बिजबेहरा में हुआ था. उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से लॉ की पढ़ाई पूरी की और 1962 में राजनीतिक जीवन की शुरूआत की. उन्होंने बिजबेहरा से अपनी पहली जीत दर्ज करके राजनीति में कदम रखा. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा. 1972 में उन्हें इंडियन नेशनल कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया. उन्हें राजीव गांधी की अगुवाई वाली सरकार में 1986 में केंद्रीय पर्यटन मंत्री बनाया गया. जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में 2002 में पहली बार उन्होंने शपथ लिया. पिछले साल 1 मार्च को उन्होंने दूसरी बार राज्य की कमान संभाली थी.

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