नयी दिल्ली : घने कोहरे की वजह से आज यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विमानों की आवाजाही प्रभावित हुई.हवाईअड्डा सूत्रों ने बताया कि हवाईपट्टी पर दृश्यता आवश्यक सीमा से घट कर बहुत कम रह गयी जिसकी वजह से इंडिगो की एक उड़ान का मार्ग बदला गया जबकि सुबह चार बज कर 15 मिनट के बाद से रवाना होने वाले कई विमानों को रोकना पड़ा.
सूत्रों ने बताया कि यहां आने वाले विमानों को कैट (सीएटी)- तीन बी लैंडिंग प्रणाली की मदद से उतारा गया. विमानों का आना करीब एक घंटे पहले ही शुरू हुआ.कैट (सीएटी)- तीन बी लैंडिंग प्रणाली की मदद से विमान 50 मीटर की क्षीण दृश्यता में उतारे जा सकते हैं.
कैट (सीएटी) – तीन बी लैंडिंग के लिए दिल्ली हवाई अड्डे पर आवश्यक न्यूनतम दृश्यता 50 मीटर है और कम दृश्यता में उड़ान भरने संबंधी अभियानों (लो विजिबिलिटी टेक..ऑफ ऑपरेशन्स … एलवीटीओ) के लिए यह 125 मीटर है.जीएमआर संचालित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा देश में एकमात्र ऐसा हवाईअड्डा है जहां कैट (सीएटी) … तीन बी लैंडिंग प्रणाली की सुविधा है.