कांग्रेस नहीं, भाजपा व मोदी GST के खिलाफ : जयराम

भुवनेश्वर : कांग्रेस के वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) विधेयक के विरोध में होने के आरोपों को खारिज करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जयराम रमेश नेशनिवार को दावा किया कि वास्तव में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके खिलाफ हैं. जयराम रमेश नेयह दावा करते हुए भाजपा नेताओं से कहा है कि वह झूठ फैलाने से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2016 8:11 PM

भुवनेश्वर : कांग्रेस के वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) विधेयक के विरोध में होने के आरोपों को खारिज करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जयराम रमेश नेशनिवार को दावा किया कि वास्तव में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके खिलाफ हैं. जयराम रमेश नेयह दावा करते हुए भाजपा नेताओं से कहा है कि वह झूठ फैलाने से बाज आएं.

कांग्रेसीनेता ने कहाकि सच्चाई यह है कि भाजपा, नरेंद्र मोदी और अमित शाह जीएसटी नहीं चाहते हैं लेकिन वह इसका दोष कांग्रेस पर डाल रहे हैं. इससे पहले केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कल कांग्रेस पर जीएसटी विधेयक को रोकने का आरोप लगाया था. जयराम रमेश ने दावा किया कि जीएसटी विधेयक इसलिये पारित नहीं हो पा रहा है कि क्योंकि मोदी इसके पक्ष में नहीं है. गुजरात में भाजपा की सरकार ने भी इसका विरोध किया था.

रमेश ने यहां संवाददाताओं से कहा, कांग्रेस से पूरी तरह स्पष्ट कर चुकी है कि वह जीएसटी विधेयक के खिलाफ नहीं है. हम इसे जितनी जल्दी हो सके पारित कराना चाहते हैं. संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के समय ही इसे संसद में पेश किया गया था.

विधेयक को पारित कराने के लिये केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात सहित केंद्र सरकार द्वारा विधेयक को पारित कराने के तमाम प्रयासों को उन्होंने ढकोसला और ड्रामा करार दिया. उन्होंने कहा कि मौजूदा विधेयक को बेहतर और सरल कर बनाने के लिए कांग्रेस इसमें केवल तीन बदलाव चाहती है. इससे उपभोक्ताओं को फायदा होगा न कि उद्योगों को.

जयराम रमेश ने मौजूदा जीएसटी विधेयक को न तो अच्छा विधेयक बताया और न ही सरल बल्कि केवल एक कर वाला विधेयक बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसमें 18 प्रतिशत कर सीमा की मांग कर रही है. इसके अलावा एक प्रतिशत अतिरिक्त कर को हटाने तथा राज्यों के बीच या फिर राज्य और केंद्र के बीच विवाद के निपटारे के लिये एक न्यायायिक संस्था बनाने की मांग कर रही है. उन्होंने कहा कि जैसे ही इन तीनों मांगों पर सहमति बनती है और इस बारे में जरूरी सुधार कर लिए जाते हैं, कांग्रेस चाहेगी कि जीएसटी विधेयक को जितनी जल्दी संभव हो पारित कर लिया जाए. उन्होंने कहा लेकिन सरकार ने इन प्रस्तावों पर अभी तक सकारात्मक जवाब नहीं दिया है.

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