हरिद्वार : देश के प्रधानमंत्री पद के लिये संत समाज के एक वर्ग द्वारा सर्वाधिक उपयुक्त व्यक्ति बताये जाने के बीच गुरुवार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें संतों के आशीर्वाद की जरुरत किसी पद के लिये नहीं बल्कि सही रास्ते पर चलते रहने के लिये है. योगगुरु बाबा रामदेव के यहां कनखल स्थित पतंजलि योगपीठ में आचार्यकुलम शिक्षण संस्थान के उदघाटन के मौके पर इकटठा हुए प्रमुख संतों ने एक सुर में कहा कि केवल मोदी ही देश को भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों से मुक्ति दिला सकते हैं.
बाबा रामदेव ने कहा कि ऐसे समय में जब मुटठी भर लोगों के हाथों में सत्ता है, देश का हजारों करोड़ रुपये का कालाधन विदेशों में है और हमारे पड़ोसी देशों का दुस्साहस बढ़ रहा है, केवल मोदी ही देश को सक्षम नेतृत्व दे सकते हैं. रामदेव ने कहा, ‘पाकिस्तान हमारे सैनिक का सिर काट देता है, चीन हमारी सीमा में 10 किमी अंदर घुस आता है, कोई कुछ नहीं बोलता. आखिर कौन इसके खिलाफ लड़ेगा.’ इस संबंध में उन्होंने कहा ‘‘कोई मुझसे पूछ रहा था कि शिक्षण संस्थान के उदघाटन के लिये मोदी को ही क्यों बुलाया गया. उन्होंने कहा, ‘मैंने जबाब दिया कि वह (मोदी) आस्थावान, अध्यात्म में विश्वास करने तथा ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले संन्यासी हैं हालांकि वह भगवा वस्त्र नहीं पहनते.’ रामदेव के अलावा, कई अन्य संतों ने भी मोदी को ही देश का नेतृत्व संभालने के लायक बताया. वहीं दूसरी ओर मौके पर मोदी ने कहा कि संतों की चरणों में बैठना सौभाग्य की बात है. आज तक मुझसे संतों ने कुछ भी नहीं मांगा है. उन्होंने कहा कि मैं हर कुंभ में मौजूद रहता हूं पर इस बार मैं कुंभ में नहीं पहुंच पाया इसका दुख है. रामदेव की प्रशंसा करते हुये उन्होंने कहा कि मैं रामदेव को सालों से जानता हूं अगर रामदेव दूसरे देश में होते तो उनपर पीएचडी किया जाता. आजकल देश में किसी के लिए कुछ भी बोलना आसान हो गया है. उन्होंने कहा कि मुझे आशीर्वाद दें पर किसी पद के लिए नहीं. मैं सबके सुख की कामना करता हूं. मैं कभी नहीं चाहा कि सिर्फ हिंदू सुखी हों. मैं सिर्फ हिंदुओं का नेता नहीं हूं.
12 साल से गुजरात में दंगे नहीं हुए
मोदी ने कहा कि 2002 के बाद से गुजरात में कोई दंगे नहीं हुए हैं. यही नहीं, 2002 का चुनाव जीतने के बाद हमने कहा था कि अब तो चुनाव राजनीति खत्म हो गयी है, आरोप-प्रत्यारोप का दौर खत्म हो गया है. लेकिन संतो के आशीर्वाद से हमने एक बात कही थी कि जिसने मुझे वोट नहीं दिया वो मेरे हैं और जिसने किसी को वोट नहीं दिया वो भी मेरे हैं. और आज तक हम उसी रास्ते पर हैं. सबको खुश रखना यही मेरा उद्देश्य है.
मेरी कोई प्लानिंग नहीं
अपने बारे में बोलते हुए मोदी ने कहा कि मेरे विरोधी कहते हैं कि मोदी खास प्लानिंग के तहत आगे बढ़ते हैं, लेकिन ये गलत है कि मेरी कोई प्लानिंग नहीं है. मैं भी एक आम आदमी हूं और आम आदमी के दर्द को समझता हूं. मैं भी छोटे से गांव में पैदा हुआ हूं. उन्होंने कहा कि गुजरात का विकास मोदी का कमाल नहीं है. यह अगर किसी का कमाल है तो गुजरात के छह करोड़ लोगों का कमाल है.