11 दिसंबर को होगी मंगल यान के प्रक्षेप पथ में सुधार की कवायद
चेन्नई: मंगल ग्रह की तरफ बढ़ते भारत के पहले अंतरिक्ष यान को उसके सही प्रक्षेप पथ पर बनाए रखने के लिए इसरो ने इस सप्ताह उसके प्रक्षेप पथ में सुधार की योजना बनाई है.भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान ने बताया कि मार्स आरबिटर मिशन (एमओएम) पर चार प्रक्षेप पथ सुधार परीक्षण किए जाएंगे. इस तरह का […]
चेन्नई: मंगल ग्रह की तरफ बढ़ते भारत के पहले अंतरिक्ष यान को उसके सही प्रक्षेप पथ पर बनाए रखने के लिए इसरो ने इस सप्ताह उसके प्रक्षेप पथ में सुधार की योजना बनाई है.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान ने बताया कि मार्स आरबिटर मिशन (एमओएम) पर चार प्रक्षेप पथ सुधार परीक्षण किए जाएंगे. इस तरह का पहला परीक्षण 11 दिसंबर को होगा. इसरो ने 5 नवंबर को मंगल यान को अंतरिक्ष में रवाना किया था. हालांकि अंतरिक्ष यान निर्धारित पथ पर है, लेकिन उसे इसी पथ पर बनाए रखने के लिए इस तरह के परीक्षण जरुरी हैं.इसरो सूत्रों ने कहा, ‘‘मंगल पर पहुंचने के लिए एमओएम को जिस गति की जरुरत थी वह एक दिसंबर को ट्रांस मार्स इंजेक्शन के दौरान उसे हासिल हो गई और अब एमओएम प्रति सेकंड 32.8 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से अपनी मंजिल की तरफ बढ़ रहा है. इस यान को कुल 68 करोड़ किलोमीटर की यात्र करनी है और यह ईंधन के तौर पर मोनोमिथाइल हायड्राजिन का इस्तेमाल कर रहा है.