खास तारीख को कुछ खास करने के लिए हर कोई बेकरार

इस महीने पड़ने वाली शादियों में आपको अपनी जेबें ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती हैं. यूनीक तारीखों की वजह से दिल्ली में सिर्फ 2 दिन में करीब 5,000 शादियां होने जा रही है. इस वजह से बैंड बाजार से लेकर घोड़ी तक महंगी हो गई है. इस दिन सैकड़ों कपल्स पैरेंट बनने की अपनी ख्वाहिश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2013 8:52 AM

इस महीने पड़ने वाली शादियों में आपको अपनी जेबें ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती हैं. यूनीक तारीखों की वजह से दिल्ली में सिर्फ 2 दिन में करीब 5,000 शादियां होने जा रही है. इस वजह से बैंड बाजार से लेकर घोड़ी तक महंगी हो गई है.

इस दिन सैकड़ों कपल्स पैरेंट बनने की अपनी ख्वाहिश पूरी करने के लिए डॉक्टरों से सीजेरियन डिलीवरी कराने के लिए मदद ले रहे हैं, न केवल अंकों के हिसाब से, बल्कि एस्ट्रोलॉजी के हिसाब से भी यह दिन बेहद शुभ है. यही वजह है कि लोगों में इस दिन की बेकरारी और बढ़ गई है.

बैंड बाजा और बारात ये जश्न इस बार आपके बजट पर भारी पड़ने जा रहा है. दरअसल 11-12-13 और 14-12-13 जैसे खास तारीखों पर इस साल देश में 50,000 से भी ज्यादा शादियां होने जा रही हैं. भारी डिमांड की वजह से इन तारीखों पर केटरिंग, पंडाल और साज सजावट के रेट 40 फीसदी तक महंगा हो गया है. आम दिनों में 20 लाख रुपये के पैकेज में काम करने वाली इंवेट मैनेजमेंट कंपनियां 35 लाख रुपये तक मांग रही हैं.

केटरिंग और पंडाल ही नहीं दूल्हे की घोड़ी और बग्गी के रेट तो दोगुने तक बढ़ गए हैं. कल तक जो घोड़ी 3100 से 5100 रुपये में मिल जाती थीं. अब उसके लिए 11,000 रुपये तक देने पड़ रहे हैं. बैंड वालों की तो पूछिए ही मत, मौके देखकर इन्होंने भी दाम बढ़ा दिए हैं.

वैसे तो इंवेट मैनेजमेंट और वेडिंग प्लानर्स के यहां खास तारीखों वाली ज्यादातर शादियों की बुकिंग 3 से 6 महीने पहले हो चुकी हैं. ऐसे में उन लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है, जिनकी शादी बाद में तय हुई है.

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