हैदराबाद :हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर में स्थित छात्रावास कक्ष में पीएचडी के दलित छात्ररोहित वेमुलाके द्वारा खुदकुशी किये जाने की आंच केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय तक पहुंच गयी है. इसमामले में एससी एसटी/एक्ट के तहत दर्ज मामले में दत्तात्रेय व कुलपति अप्पा रावसहितदो अन्य लोगों का नाम शामिल है. यहप्राथमिकी शहर के गच्चीबाउली थाने में दर्ज की गयी है.वहां के थाना प्रभारी रमेश कुमार ने इसकी पुष्टि मीडिया से की है. रोहित वेमुला ने रविवार रात को आत्महत्या की थी. हालांकि इस मामले से केंद्रीय मंत्री ने अपना पल्ला झाड़ लिया है. रोहित ने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. रोहित उन पांच छात्रों में एक था, जिसे पिछले साल अगस्त में हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू) द्वारा निलंबित कर दिया गया था.
Two-member fact finding team will submit report on this: HRD Minister Smriti Irani to ANI on Dalit student's suicide pic.twitter.com/hYUMS6PEFw
— ANI (@ANI) January 18, 2016
कहा जा रहा है कि उसे दत्तात्रेय की अनुशंसा पर ही निलंबित किया गया था. इस मामले को उठा रहे छात्रों ने कहा कि दत्तात्रेय ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय को इस संबंध में लिखा था. बहरहाल, सुरक्षा के मद्देनजर यूनिवर्सिटी में धारा 144 लगा दिया है. वहीं, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के सामने भी इस मामले में प्रदर्शन किया गया है. इस संबंध में दत्तात्रेय ने बयान दिया है कि केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री को लिखे उनके पत्र का छात्र की आत्महत्या से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिकछात्र विश्वविद्यालय के माहौल को खराब कर रहे थे, मैंने उसी संबंध में पत्र लिखा था. बहरहाल, इतना तय है कि यह मामला भाजपा की नयी मुसीबत बनेगा और विपक्ष को सरकार व पार्टी पर हमला बोलने का एक और मौका मिल जायेगा.
उधर, इस मामले को लेकर आज छात्र नयी दिल्ली व हैदारबाद में प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने दो सदस्यीय एक दल हैदराबाद जांच के लिए भेजा है. स्मृति ईरानी ने छात्र के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि लॉ एंड ऑर्डर राज्य का विषय है. विश्वविद्यालय अपने निर्णय के लिए स्वायत्त है, हालांकि हमनेजांचदल से विश्वविद्यालय की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है.
Students Orgs protest outside HRD Ministry after a scholar allegedly committed suicide in University of Hyderabad pic.twitter.com/GSoRopqTDp
— ANI (@ANI) January 18, 2016
रोहित सामजशास्त्र में कर रहा था पीएचडी
बताया जा रहा है कि रोहित गुंटूर जिले का रहने वाला था और सोशियोलॉजी में पीएचडी कर रहा था. रोहित को अंबेडकर स्टूडेंट यूनियन से जुड़ा बताया जा रहा है. उसे 12 दिन पहले हॉस्टल से सस्पेंड कर दिया गया था. इन छात्रों के समर्थन में 10 संगठन थे जिन्होंने रविवार को भूख हड़ताल की थी. इन संगठनों की मांग थी कि छात्रों के निलंबन को वापस लिया जाए.
छात्र संगठनों का मानना है कि ये छात्र सामाजिक बहिष्कार के शिकार हैं. तेलंगाना के सभी छात्र संगठनों ने रोहित की आत्महत्या के बाद सोमवार को बंद कॉल किया है.
क्यों किया गया थासस्पेंड
रोहित व चार अन्य छात्रों पर भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता पर हमला करने का आरोप लगा था और इसी मामले में उन्हें यूनिवर्सिटी से निलंबित किया गया था. इस कारण रोहित व उसके साथियों को हॉस्टल में नहीं घुसने दिया जा रहा था और इस कारण उन्हें टेंट में सोना पड़ा था. ये सारे छात्र आंबेडकर स्टूडेंट एसोसिएशन के सदस्य हैं.