नयी दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पंजाब पुलिस के एसपी सलविंदर सिंह का पॉलिग्राफ़ टेस्ट शुरू कर दिया है. अब यह साफ हो जायेगा कि एसपी ने जांच अधिकारीयों से कितना झूठ और कितना सच कहा है. आपको बता दें कि पिछले दिनों पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी मामले में गुरुदासपुर के पूर्व एसपी सलविंदर सिंह का लाइ डिटेक्टर टेस्ट करने करने की अनुमति सोमवार को अदालत से मिल गयी है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआइए ने कल इस संबंध में पटियाला हाउस कोर्ट से अपील की, जिस पर अदालत ने अपनी सहमति देते हुए सलविंदर का झूठ पकड़ने वाला टेस्ट करने की अनुमति दे दी.
उल्लेखनीय है कि पठानकोट एयरबेस हमले में सलविंदर की भूमिका संदिग्ध है और एनआइए उससे अबतक कई बार पूछताछ कर चुकी है. एनआइए ने उसके दोस्त व उसके रसोइये से भी पूछताछ की है. पूछताछ में एक बात साफ हुई है कि उसका बयान बार बार बदलता रहा है. यही कारण है कि जांच एजेंसिंयां उनको संदेह के घेरे में रखे हुए है. मीडिया में ऐसी खबरें आयी कि उन्होंने चाहे अनाचाहे आतंकियों की मदद की है.
उल्लेखनीय है कि पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकियों के द्वारा गुरदासपुर के एसपी सलविंदर सिंह का अपहरण करना और उसके बाद उन्हें छोड़ने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. मीडिया से बात करते हुए एसपी सलविंदर सिंह ने कह चुके हैं कि मैं मजार पर मत्था टेक वापस आ रहा था तब आतंकियों ने मुझपर हमला किया. वे 4 से 5 की संख्या में थे और मैं अकेला था. उन्होंने मेरे हाथ पैर बांधे और आंख में काली पट्टी बांध दी थी. उन्होंने आपबीती सुनाते हुए कहा था कि आतंकियों ने मेरी गाड़ी छीन ली और जान से मारने की धमकी भी दी. आतंकियों ने पहले तो मुझे छोड़ दिया लेकिन बाद में जब उनको मेरे बारे में जानकारी मिली तो वापस वे मुझे मारने आए थे.
उन्होंने बताया कि आतंकियों ने मेरे कार पर लगी नीली बत्ती नहीं देखी क्योंकि वह काम नहीं कर रहा था. एसपी ने कहा कि आतंकियों ने मेरा गला दबाया और मुझे गाड़ी के बाहर फेंक दिया. मुझे पहले लगा की शयद वे मेरा कत्ल कर देंगे.