फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद को भारत न आने की धमकी, फ्रेंच काउंसुलेट को मिला पत्र

बेंगलुरु : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु स्थित फ्रांस के वाणिज्य दूतावास को कथित रूप से कुख्यात आतंकवादी संगठन अल कायदा के नाम पर धमकी भरा एक पन्ने का पत्र मिला है. दूतावास ने पत्र मिलने की पुष्टि की है और कहा कि आगे की कार्रवाई के लिए पत्र को संबंधित विभाग को सौंप दिया गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2016 3:29 PM

बेंगलुरु : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु स्थित फ्रांस के वाणिज्य दूतावास को कथित रूप से कुख्यात आतंकवादी संगठन अल कायदा के नाम पर धमकी भरा एक पन्ने का पत्र मिला है. दूतावास ने पत्र मिलने की पुष्टि की है और कहा कि आगे की कार्रवाई के लिए पत्र को संबंधित विभाग को सौंप दिया गया है. बेंगलुरु के एडिशन पुलिस कमिश्नर पी हरिशेखरन ने कहा है किफ्रेंच कांसुलेटको एक पन्ने का पत्र मिला है, जिसमें एक जगह अल कायदा लिखा है. पत्र में राष्ट्रपति ओलांद को भारत नहीं आने की चेतावनी दी गयी है. इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्‍य अतिथि के रूप में फ्रासीसी राष्‍ट्रपति ओलांद शामिल होने वाले हैं.

ओलांद 24 जनवरी को अपनी 3 दिवसीय यात्रा पर भारत आ रहे हैं. वह चंडीगढ़ में उतरेंगे जहां उन्हें पीएम मोदी रिसीव करेंगे. ओलांद दिल्ली में 26 जनवरी परेड समारोह के मुख्‍य अतिथि होंगे, जहां भारतीय सेना ही नहीं फ्रांस की सेना भी परेड में भाग लेगी. गौरतलब है कि पिछले एक साल में फ्रांस में कई आतंकवादी हमले हुए हैं. लगातार आतंकी हमले झेल रहा फ्रांस आईएसआईएस के खिलाफ जंग छेड़ चुका है.

लगातार हवाई हमले कर फ्रांस ने आतंकी संगठन आईएसआईएस को काफी नुकसान पहुंचाया है और यह स्पष्ट हो चुका है कि आइएस व अल कायदा में रिश्ते हैं. साथ ही आतंकवाद को जड़ से मिटाने की प्रतिबद्धता राष्‍ट्रपति ओलांद ने कई बार दुहरायी है. बता दें कि ओलांद की सुरक्षा के पुख्‍ता इंतजाम किये गये हैं. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में सर्वाधिक संभावित सुरक्षा कवर होगा जहां फ्रांस के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि होंगे.’ सन 2014 में गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा में 50 कंपनी (हर कंपनी में 100 कर्मी) अर्धसैनिक बल तैनात किये गये थे. 2015 में यह संख्या बढ़ाकर 95 कंपनी कर दी गयी जब अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा मुख्य अतिथि बनकर आये थे. अधिकारी ने कहा कि इस वर्ष सौ कंपनियों को तैनात करने का निर्णय किया गया है. गणतंत्र दिवस समारोहों से पहले दिल्ली में व्यापक सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बल के दस हजार जवानों को तैनात किया गया है.

Next Article

Exit mobile version