आत्महत्या पर आंदोलन : विश्वविद्यालय के सात छात्र अस्पताल में भर्ती

हैदराबाद: हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के एक दलित शोध छात्र के आत्महत्या करने के बाद पिछले चार दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हडताल पर बैठे सात छात्र-छात्राओं की तबीयत बिगड जाने के चलते आज उन्हें जबरन विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। अब उनकी जगह सात अन्य छात्र लेंगे और आज रात से अनशन जारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 23, 2016 11:01 PM

हैदराबाद: हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के एक दलित शोध छात्र के आत्महत्या करने के बाद पिछले चार दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हडताल पर बैठे सात छात्र-छात्राओं की तबीयत बिगड जाने के चलते आज उन्हें जबरन विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। अब उनकी जगह सात अन्य छात्र लेंगे और आज रात से अनशन जारी रखेंगे.

एचसीयू छात्र संगठन के अध्यक्ष केपी जुहैल ने यहां बताया, ‘‘हमारी मुख्य मांग यह है कि दोषियों (दलित शोधार्थी रोहित वेमुला की आत्महत्या के मामले में प्राथमिकी में नामजद लोगों) को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए. इसलिए हमने अपने से पहले के समूह को हटाए जाने के बाद भूख हडताल को जारी रखने का फैसला किया है.” विश्वविद्यालय के प्रमुख सुरक्षा अधिकारी टीवी राव ने बताया कि (विश्वविद्यालय के अधिकारियों में से) किसी ने हमें उन्हें अस्पताल ले जाने को नहीं कहा. हमने उनकी हालत देखते हुए खुद से विचार कर ऐसा किया. कैम्पस में तनाव छा गया क्योंकि सुरक्षाकर्मी जबरन छात्रों को अस्पताल ले गए जबकि अन्य छात्रों ने नारेबाजी की और एंबुलेंस रोकने की कोशिश की. इन छात्रों को ले जाए जाने पर ज्वाइंट एक्शन कमेटी फॉर सोशल जस्टिस के एक नेता ने घोषणा की कि वे आंदोलन जारी रखेंगे.
स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार ने बताया कि प्राथमिक उपचार के बाद सात छात्रों में तीन को आगे के इलाज के लिए बाद में एक निजी अस्पताल में भेज दिया गया. डॉ कुमार ने पीटीआई भाषा को बताया, ‘‘शेष चार छात्रों को निगरानी में रखा गया है. हम फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं कर सकते. आगे की चीजों के लिए हमें उनकी हालत पर निर्भर रहना होगा.

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