वसुंधरा राजे ने पैसों की वसूली करके लोकतंत्र का मजाक उड़ाया :कांग्रेस
जयपुर : राजस्थान सरकार के सबसे अहम ‘मुख्यमंत्री जल स्वालंबन’ अभियान का समूचे राज्य में बुधवार को श्रीगणेश हुआ. इस अवसर पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने निर्वाचन क्षेत्र झालावाड़ा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें उन्होंने व्यापारियों से इस योजना के लिये दान देने का आग्रह किया. मुख्यमंत्री राजे ने मंच से व्यापारियों […]
जयपुर : राजस्थान सरकार के सबसे अहम ‘मुख्यमंत्री जल स्वालंबन’ अभियान का समूचे राज्य में बुधवार को श्रीगणेश हुआ. इस अवसर पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने निर्वाचन क्षेत्र झालावाड़ा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें उन्होंने व्यापारियों से इस योजना के लिये दान देने का आग्रह किया. मुख्यमंत्री राजे ने मंच से व्यापारियों को इस योजना के लिए आर्थिक सहायता देने की खुद अपील की.
कांग्रेस का आरोप है कि कार्यक्रम के दौरान मंच से राजे ने व्यापारियों से 10 करोड़ रुपये तक की मांग की साथ ही उन्होंने कहा कि यदि इस योजना में जरुरत पड़ी तो और दान लिये जायेंगे. कार्यक्रम के दौरान कई व्यापारियों ने मंच पर आकर दान देने का एलान किया और मुख्यमंत्री का आशीर्वाद लिया. कांग्रेस ने राज्य सरकर पर हमला किया और कहा कि मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र का मजाक उड़ाया है. मुख्यमंत्री मंच से खुलेआम वसूली कर रही है. किसी कार्यक्रम के लिए इस प्रकार की वसूली करना उचित नहीं है. भाजपा ने कांग्रेस के इस आरोप का जवाब देते हुए कहा कि यह जनता के लिए योजना है. पानी की समस्या राज्य में व्यापक है. मुख्यमंत्री ने पैसे नहीं मांगे वह लोगों से वसूली नहीं कर रहीं हैं. वह व्यापारियों को मोटीवेट कर रहीं हैं.
आपको बता दें कि राज्य सरकार के इस अभियान के तहत अब राजस्थान अपने जल संसाधनों के संरक्षण पर खुद पहल करेगा. सरकार के साथ-साथ राजनीतिक, सामाजिक धार्मिक और अन्य स्वंयसेवी संगठनों को भी इसमें शामिल होने को कहा है. योजना के तहत अब राजस्थान अपने जल की खुद सुरक्षा करेगा. मुख्य समारोह झालावाड़ में हुआ जहां मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालावाड़ के गर्दनखेड़ी तालाब पर श्रमदान के साथ इस कार्यक्रम का आगाज किया.