परंपरा से हटकर भाजपा ने सोनोवाल को असम के मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया

नयी दिल्ली : भाजपा ने राज्य के चुनावों में किसी नेता का नाम घोषित नहीं करने की अपनी पंरपरा से हटते हुए आज असम विधानसभा चुनावों के लिए केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को अपना मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया. मुख्‍यमंत्री पद का उम्‍मीदवार घोषित किये जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्‍यक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 28, 2016 8:14 PM

नयी दिल्ली : भाजपा ने राज्य के चुनावों में किसी नेता का नाम घोषित नहीं करने की अपनी पंरपरा से हटते हुए आज असम विधानसभा चुनावों के लिए केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को अपना मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया.

मुख्‍यमंत्री पद का उम्‍मीदवार घोषित किये जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह ने सोनोवाल को शुभकामनाएं दी. इस मौके पर सोनोवाल ने कहा, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अध्यक्ष अमित शाह जी और पूरी पार्टी को धन्यवाद देना चाहता हूं. मेरी क्षमता पर विश्वास करने के लिए मैं पार्टी का आभारी हूं.

ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन से अपनी राजनीति की शुरुआत करने वाले सोनोवाल 2011 में भाजपा में शामिल हुए. सोनोवाल लखीमपुर सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं. सोनोवाल को असम भाजपा के बड़े चेहरे के रूप में जाना जाता है. मौजूदा मंत्रीमंडल में सोनोवाल खेल एवं युवा मामलों के मंत्री हैं.

भाजपा महासचिव जे पी नड्डा ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा संसदीय बोर्ड ने घंटे भर चली बैठक में यह फैसला किया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी शामिल थे.

पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा के साथ नड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘असम की जनता सर्वानंद सोनोवाल को राष्ट्रीय नायक के तौर पर जानती है. संसदीय बोर्ड ने फैसला किया है कि पार्टी उनके नेतृत्व में असम चुनाव लड़ेगी. भाजपा असम में अपनी सरकार बनाने जा रही है.” यह फैसला प्रदेश नेतृत्व की अनदेखी करके और केंद्रीय नेताओं पर अधिक ध्यान देकर राज्य विधानसभा चुनाव लडने के पार्टी के परंपरागत तरीके में रणनीतिक बदलाव दिखाता है. बिहार चुनावों में पार्टी की हार के लिए इसी तरीके को जिम्मेदार ठहराया गया था.

दिल्ली विधानसभा चुनावों में अंतिम समय में किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित करने के अलावा भाजपा ने पिछले कुछ सालों में राज्य विधानसभा चुनावों के लिए किसी नेता का नाम घोषित नहीं किया, बजाय इसके मोदी के नाम पर वोट मांगा था.

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