उपराष्ट्रपति ब्रुनेई, थाईलैंड की 5 दिवसीय यात्रा पर रवाना
नयी दिल्ली : उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी आज ब्रुनेई और थाईलैंड की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गये जहां वह दोनों दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं करेंगे और अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. अंसारी ब्रुनेई के शहजादे हाजी अल मुहतादी बिल्लाह के आमंत्रण पर वहां गये हैं. मई 1984 […]
नयी दिल्ली : उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी आज ब्रुनेई और थाईलैंड की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गये जहां वह दोनों दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं करेंगे और अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. अंसारी ब्रुनेई के शहजादे हाजी अल मुहतादी बिल्लाह के आमंत्रण पर वहां गये हैं. मई 1984 में बु्रनेई के साथ कूटनीतिक संबंध स्थापित होने के बाद से यह भारत की ओर से पहला उच्च स्तरीय दौरा है. ब्रुनेई नवंबर में संपन्न अंसारी के दो देशों के कार्यक्रम में शामिल था लेकिन उप राष्ट्रपति को इंडोनेशिया से स्वदेश लौटना पडा जहां ज्वालामुखी फटा था.
उप राष्ट्रपति के साथ गृह राज्य मंत्री हरिभाई परथीभाई चौधरी, चार सांसद और वरिष्ठ अधिकारी गये हैं. बंदर सेरी बेगावान में अंसारी कल सुल्तान हसनाल बोल्किया और बिल्लाह से द्विपक्षीय तथा बहुपक्षीय महत्व के मुद्दों पर बातचीत करेंगे जिनमें नागरिक उड्डयन, अंतरिक्ष, व्यापार एवं निवेश, हाइड्रोकार्बन, सूचना एवं संचार शामिल हैं. आसियान और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में सहयोग तथा अन्य कार्यक्रम भी एजेंडा में हैं. इनके अलावा स्वास्थ्य एवं रक्षा सहयोग के क्षेत्र में सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर भी किए जाएंगे.
यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रुनेई दारउस्सलाम में अंसारी व्याख्यान देंगे और अपने स्वागत में आयोजित एक समारोह में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे. आसियान में ब्रुनेई भारत का एक महत्वपूर्ण भागीदार हैं और उसकी ऊर्जा सुरक्षा में योगदान भी देता है. ब्रुनेई में भारतीय समुदाय के लोगों की संख्या करीब दस हजार है. अंसारी तीन फरवरी को बु्रनेई से थाईलैंड जाएंगे.
थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओ चा के आमंत्रण पर हो रही यह यात्रा 50 साल के अंतराल के बाद किसी भारतीय उप राष्ट्रपति की पहली थाईलैंड यात्रा है. थाईलैंड में वह चान ओ चा के साथ बातचीत करेंगे और राजकुमारी महा चाकरी सीरीन्धोर्न से भी मिलेंगे. अंसारी बैंकाक स्थित चुलालोंगकोर्न यूनिवर्सिटी में ‘फ्रॉम लुक ईस्ट टू ऐक्ट ईस्ट : इंडियाज पार्टनरशिप विद थाईलैंड एंड आसियान’ विषय पर व्याख्यान देंगे.
इसके अलावा वह अपने सम्मान में थाईलैंड में भारतीय राजदूत द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में भारतीय समुदाय को संबोधित भी करेंगे. थाईलैंड के साथ भारत के संबंध महत्वपूर्ण हैं और आसियान के साथ उसकी रणनीतिक भागीदारी का अभिन्न तत्व भी हैं. भारत की ‘ऐक्ट ईस्ट’ नीति थाईलैंड की ‘लुक वेस्ट’ नीति के साथ दोनों देशों को करीब ला रही है.