नयी दिल्ली : दक्षिणी दिल्ली के एक स्कूल रेयान इंटरनेशनल में एक चार साल के बच्चे का पानी की टंकी में डूबने से मौत मामले में एसडीएमसी ने प्रारंभिक रिपोर्ट में स्कूल की लापरवाही की बात कही है. वहीं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने एसडीएमसी (दक्षिणी दिल्ली म्युनिसपल कार्पोरेशन) और डीसीपी को नोटिस जारी कर पूरी रिपोर्ट चार सप्ताह में सौंपने को कहा है. बच्चे के परिवार वालों का आरोप है कि स्कूल के ही किसी व्यक्ति ने साजिश के तहत उनके बच्चे ही हत्या की है. परिवार का कहना है कि बच्चा पानी की टंकी वाले रुम में गया कैसे और टंकी के भारी ढक्कन को उसने कैसे खोला.
जबकि स्कूल प्रशासन का कहना है कि यह हादसा है और किसी भी प्रकार की साजिश नहीं हुई है. रविवार को दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में पहली कक्षा का छात्र दिव्यांश ककरोरा स्कूल में बनी पानी की टंकी में शनिवार को मृत पाया गया था. इस मामले में पुलिस ने स्कूल की प्रधानाध्यापिका संध्या साबू और कुछ शिक्षकों सहित अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की है साथ ही लगातार पूछताछ जारी है. पुलिस मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है. मामले में कुछ गडबड होने का आरोप लगाते हुए दिव्यांश के परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है. बच्चे का अंतिम संस्कार रविवार को उसके अभिभावकों के मूल निवास स्थान राजस्थान के दौसा में किया. बच्चे के अंतिम संस्कार में मौजूद एक रिश्तेदार ने कहा, ‘हम मामले की सीबीआई जांच चाहते हैं.’
दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों से सुरक्षा व्यवस्था पर रिपोर्ट देने को कहा
इस मामले में प्रदेश सरकार ने शहर के सभी स्कूलों को अपने यहां मौजूद सुरक्षा इंतजाम के संबंध में एक महीने के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है. अधिकारियों ने बताया उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में रविवार को हुई इस बैठक में फैसला किया गया कि सभी स्कूल एक महीने के भीतर अपने स्कूल परिसर में सुरक्षा इंतजाम संबंधी रिपोर्ट सरकार को देंगे. सरकार ने स्कूलों में इंतजाम के निरीक्षण हेतु कार्यबल गठित करने का निर्णय भी लिया. दिल्ली सरकार ने दिव्यांश की मौत के मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दिए हैं.
शिक्षा विभाग का भी कामकाज देख रहे सिसोदिया ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा से जुडे मुद्दों पर स्कूलों का अकड भरा और असंवेदनशील व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सिसोदिया ने कहा, ‘हमने सभी स्कूलों, सरकारी, एमसीडी या निजी, के प्रधानाध्यापकों से प्राथमिक निरीक्षण करने और हमें रिपोर्ट देने को कहा है.’ उन्होंने कहा कि रिपोर्ट मिलने के बाद हम उसके आधार पर निरीक्षण करेंगे. उन्होंने कहा, ‘अगले एक महीने में हम एसडीएम, अग्निशमन विभाग, पीडब्ल्यूडी, दिल्ली जलबोर्ड, शिक्षा विभाग और एमसीडी द्वारा सभी 3500 स्कूलों का निरीक्षण कराएंगे.’ उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा गंभीर मुद्दा है और वह खुद स्कूलों का निरीक्षण करेंगे.