आतंकवाद को खत्म करने के लिए इसकी सप्लाई लाइन को काटना होगा : राजनाथ सिंह
जयपुर : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज जयपुर में काउंटर टेररिज्म कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया. इस मंच से उन्होंने कहा, आतंकवाद आज पूरी दुनिया के लिए खतरा है. मैं मानता हूं कि आतंकवाद विकृत मानसिकता की उपज है. इस तरह की सोच रखने वाले लोगों के मन में मानवता के लिए प्यार नहीं होता. […]
जयपुर : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज जयपुर में काउंटर टेररिज्म कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया. इस मंच से उन्होंने कहा, आतंकवाद आज पूरी दुनिया के लिए खतरा है. मैं मानता हूं कि आतंकवाद विकृत मानसिकता की उपज है. इस तरह की सोच रखने वाले लोगों के मन में मानवता के लिए प्यार नहीं होता. आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता क्योंकि किसी भी धर्म में मानवता के खिलाफ जाकर गुनाह करने की इजाजत नहीं दी गयी.
पूरी दुनिया को आतंकवाद के बढ़ते खतरे का आभास है पर आतंकवाद की परिभाषा क्या है इसे लेकर कोई चर्चा नहीं है.राजनाथ सिंह ने कहा, आतंकवाद की जड़ों को काटने के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि आतंकवाद को पोषित करने वाली सप्लाई लाइन को काटा जाये. हम चाहते हैं कि इस तरह की सप्लाई लाइन को काटा जाए. आतंकवाद से जुड़े हर विषय को हम गंभीरता से ले रहे हैं लेकिन वो अच्छे और बुरे आतंकवाद के रूप में परिभाषित कर संरक्षण दे रहे हैं.
पूरी दुनिया को यह समय गंवायें बिना समझ लेना चाहिए कि अच्छा आतंकवाद कुछ नहीं होता. हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवाद से संपर्क रखने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई की है. आतंकवाद की परिभाषा पूरी दुनिया को मिलकर तय करनी होगी और यह जल्द करना होगा क्योंकि आतंकवादी समूह दिन ब दिन ज्यादा मजबूत और ताकतवर हो रहे है.
आतंकवाद अब कई रूपों में बढ़ रहा है. अब साइबर आतंकवाद, नार्को आतंकवाद और बायो आतंकवाद जैसे खतरे बढ़ रहे हैं. हम एक ऐसे देश हैं जहां कई भाषाएं बोली जाती है, कई धर्म कई समुदाय हैं इसका इस्तेमाल हमें राष्ट्रविरोधी ताकतों को दूर करने के लिए होना चाहिए. भारत में ज्यादातर आतंकवादी हमले पाकिस्तान से हो रहे हैं पाकिस्तान को इस पर थोड़ी ईमानदारी बरतनी चाहिए और भारत के खिलाफ पाकिस्तान में चलाये जा रहे आतंकवादी समूहों पर कड़े कदम उठाने चाहिए .
अगर पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा तो दोनों देशों में इस तरह की घटना नहीं होगी. भारत पाकिस्तान के साथ हमेशा खड़ा रहेगा अगर पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ एक्शन लेना चाहे तो मदद करेगा. हाल में हुए पठानकोट हमले में आतंकवादियों की मंशा भारत को एक गंभीर छति पहुंचाने की थी. यहां वह कई तरह की संपत्ति को खासा नुकसान पहुंचाना चाहते थे लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवादियों से डटकर मुकाबला किया और कम से कम नुकसान हुआ.