नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज उम्मीद जतायी कि विपक्षी दल ‘बात समझेंगे’ और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) जल्दी ही एक हकीकत बनेगा. जीएसटी पर संविधान संशोधन विधेयक राज्य सभा में अटका है जहां मौजूदा सरकार का बहुमत नहीं है.
मंत्री ने यहां दो दिन के भारत निवेश सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘‘ ज्यादातर राजनीतिक दल जीएसटी का समर्थन कर रहे हैं और मुझे भरोसा है कि बाकी दलों को भी ‘बात समझ में आयेगी’ और यह कानून जल्दी ही वास्तविकता बनेगा.’ वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार प्रत्यक्ष कराधान प्रणाली को भी दुरस्त करने में लगी है.
कांग्रेस पार्टी वस्तुओं की अंतरराज्यीय आवाजाही पर एक प्रतिशत कर के प्रस्ताव को हटाने और अंतरराज्यीय विवाद निपटान के लिए न्यायिक समिति के गठन का प्रावधान की मांग कर रही है. संसद का बजट अधिवेशन 23 फरवरी को शुरू होने जा रहा है.