आईएसआईएस के 11 संदिग्ध सात दिन के लिए एनआईए की हिरासत में

नयी दिल्ली : पश्चिमी एशिया में सक्रिय आतंकी समूह आईएसआईएस से जुडने के लिए लोगों की कथित भर्ती करने और उन्हें धन देने के आरोप में देशभर से गिरफ्तार किए गए 11 संदिग्ध लोगों को दिल्ली की एक अदालत ने सात दिन के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया है. बंद कमरे में हुई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2016 3:53 PM

नयी दिल्ली : पश्चिमी एशिया में सक्रिय आतंकी समूह आईएसआईएस से जुडने के लिए लोगों की कथित भर्ती करने और उन्हें धन देने के आरोप में देशभर से गिरफ्तार किए गए 11 संदिग्ध लोगों को दिल्ली की एक अदालत ने सात दिन के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया है.

बंद कमरे में हुई सुनवाई के दौरान मौजूद वकीलों के अनुसार, इन आरोपियों को जिला जज अमर नाथ के समक्ष पेश किया गया। आरोपियों ने मुंह ढंके हुए थे। एनआईए ने हिरासत में पूछताछ के लिए 10 और दिन मांगे. रिमांड के आवेदन में एनआईए ने कहा कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान ‘‘सीरिया में आईएसआईएस की खिलाफत से जुडने की इच्छा रखने वाले लोगों की भर्ती और उन्हें वित्तीय मदद देने के मामले में अपनी संलिप्तता” की जानकारी दी थी.
एनआईए ने कहा, ‘‘पूछताछ में पाया गया कि इन लोगों ने नए लोगों को आईएसआईएस की विचारधारा की गतिविधियों को आगे बढाने के लिए इस संगठन से जोडने के लिए और युवाओं को इस आतंकी संगठन की ओर आकर्षित करने के लिए चैटिंग के एप्लीकेशन ‘सिग्नल’, ‘ट्रिलियन’ और ‘स्काइप’ के जरिए भी कई सक्रिय सदस्यों से बात भी की थी।” एनआईए ने कहा, ‘‘इन सहयोगियों की पहचान और भूमिका की पुष्टि की जा रही है.” इन 11 आरोपियों में से दो लोगों की ओर से पेश हुए वकील एम एस खान ने एनआईए की याचिका का विरोध करते हुए दावा किया कि उसके आवेदन में यह नहीं बताया गया है कि ये लोग सीरिया में किसके संपर्क में थे?
खान ने यह भी दलील दी कि उसके मुवक्किल पिछले 10 दिन से एनआईए की हिरासत में हैं और चूंकि एनआईए इस मामले के संबंध में उनसे पहले ही पूछताछ कर चुकी है, ऐसे में पुलिस हिरासत की अवधि बढाने की जरुरत नहीं है.
जिन 11 आरोपियों को एनआईए की सात दिन की हिरासत में भेजा गया है, उनके नाम मोहम्मद अलीम, मोहम्मद ओबेदुल्लाह खान, नफीस खान, मोहम्मद शरीफ मुइनुद्दीन खान, आसिफ अली, नजमुल हुडा, मुदब्बिर मुश्ताक शेख, मोहम्मद अब्दुल अहाद, सुहैल अहमद, सईद मुजाहिद और मोहम्मद हुसैन खान हैं.
इन 11 आरोपियों के अलावा चार अन्य सह-आरोपियों- मोहम्मद अफजल, इमरान, अबु अनस और नसीर पकीर को भी अदालत के समक्ष पेश किया गया। इन चार लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. नसीर के अलावा, सभी 14 आरोपियों को एनआईए की हिरासत अवधि समाप्त होने पर अदालत के समक्ष पेश किया गया। नसीर न्यायिक हिरासत में था.
11 आरोपियों से पूछताछ के लिए हिरासत अवधि में विस्तार की मांग करते हुए एनआईए ने अदालत से कहा, ‘‘ये लोग आईएसआईएस की गतिविधियों को आगे बढाने के लिए भारतीय युवाओं को प्रेरित करने के लिए आईएसआईएस के सहयोगियों और संचालकों के साथ मिलकर योजना बनाने और साजिश रचने में शामिल थे।” एजेंसी ने कहा कि इन आरोपियों के पास से बरामद किए गए लैपटॉप, हार्ड डिस्क, मोबाइल फोन और सिम कार्ड फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं और जांच के नतीजे आने अभी बाकी हैं.
एजेंसी ने कहा, ‘‘एनआईए को आरोपियों के कंप्यूटरों से बडी मात्रा में संदिग्ध इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड मिले हैं. आरोपियों की बातों को जांचना भी जरुरी है. पूछताछ के दौरान सभी आरोपियों ने इस मामले में इनकी संलिप्तता और लोगों की भर्ती एवं उन्हें वित्तीय मदद देने की बातें कही हैं.” एजेंसी ने कहा, ‘‘अपराध स्थल, दिल्ली से दूर बैठक की जगहों की पहचान के लिए और वहां तक जाने के लिए आरोपियों की जरुरत है.” एजेंसी ने यह भी कहा कि ये आरोपी चैटिंग एप्लीकेशनांे के जरिए आईएसआईएस के कुछ सक्रिय सदस्यों के संपर्क में थे.
एनआईए ने यह भी कहा कि रिकॉर्डों और जानकारी की पुष्टि के लिए इन 11 आरोपियों से आगे पूछताछ जरुरी है. इनकी साजिश की अंतरराष्ट्रीय उपशाखाओं का पता लगाने के लिए भी इनसे पूछताछ जरुरी है. एजेंसी ने पहले यह कहकर आरोपियों की हिरासत ले ली थी कि भारत में पहुंच बढाने की आईएसआईएस की साजिश का खुलासा करने के लिए इनसे पूछताछ जरुरी है.
जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि आरोपियों को गणतंत्र दिवस से पहले हमलों की योजना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. एनआईए ने कहा था कि इन लोगों को बेंगलूरु, हैदराबाद, मुंबई और औरंगाबाद समेत विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया था। इन्हें अलग-अलग अदालतों में पेश किया गया था और फिर ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया था.
एनआईए और अन्य केंद्रीय एजेंसियों ने गणतंत्र दिवस से पहले हमलों की योजना बनाने के आरोप में 15 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों को गैरकानूनी गतिविधि :रोकथाम: कानून समेत भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया। भारत में और भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध रखने वाले एशियाई देशों में इस्लामिक स्टेट की गतिविधियों में संलिप्त अज्ञात लोगों के खिलाफ एनआईए ने नौ दिसंबर 2015 को एक मामला दर्ज किया था.

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