मुंबई : पाकिस्तान के गजल गायक गुलाम अली का कार्यक्रम लखनऊ में होने को लेकर अखिलेश यादव सरकार पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने आज उत्तरप्रदेश को ‘इस्लामी राज्य’ के रूप में पेश किया और आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने तुष्टीकरण की राजनीति के लिए ‘राष्ट्र विरोधी कारोबार’ शुरु कर दिया है.
शिवसेना ने अपने सहयोगी भाजपा पर भी चुटकी लेते हुए उसे इन घटनाक्रमों पर ‘मूकदर्शक’ बने रहने का आरोप लगाया. पार्टी ने मांग की है कि जिन लोगों ने कार्यक्रम की अनुमति दी है, उनके खिलाफ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए मुकदमा चलाना चाहिए. शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा गया है कि, ‘‘ इस्लामी यादव सरकार ने कहा है कि गुलाम अली को हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम करने को आमंत्रित किया गया है.
लेकिन एकता को प्रोत्साहित करने के लिए किसी को केवल पाकिस्तानी कलाकारों की क्या जरुरत है ? हमारे देश में भी बेहतरीन मुस्लिम कलाकार हैं जो काफी प्रसिद्ध भी हैं. ” इसमें कहा गया है कि आने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए यादव सरकार ने तुष्टीकरण की राजनीति खेलते हुए राष्ट्र विरोधी कारोबार शुरु कर दिया है.