JNU विवाद : तीन दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया, खुद को बताया बेकसूर
नयी दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जेएनयू परिसर विवाद पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि सरकार देश में किसी भी प्रकार की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी. मैंने दिल्ली पुलिस को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.वहीं इस मामले पर मानव […]
नयी दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जेएनयू परिसर विवाद पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि सरकार देश में किसी भी प्रकार की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी. मैंने दिल्ली पुलिस को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.वहीं इस मामले पर मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा इस तरह का व्यवहार और भारत माता का अपमान राष्ट्र कभी भी सहन नहीं कर सकता है.इसी बीच जेएनयूएसयू संगठन के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली जावेद को भी पूछताछ के लिए तलब किया गया है. बाद मेंकन्हैया कुमार कोतीन दिन के लिए पुलिस कस्टडी में भेजा गया. इस मामले में कन्हैया ने कहा कि मैंने कोई नारा नहीं लगाया. मुझ पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं उनके पास कोई सबूत भी नहीं है.
जेएनयूविवाद पर सरकार के कड़े स्टैंड को आम आदमी पार्टी का भी समर्थन मिला है. आप नेता कुमार विश्वास ने कहा है कि सरकार राष्ट्रविरोधियों के खिलाफ कार्रवाई करे. उधर, जेएनयू के वीसी जगदीश कुमार ने कहा है कि विश्वविद्यालय मामले की जांच कर रहा है और संविधान विरोधी हरकत मंजूर नहीं की जायेगी. उन्होंने विश्वविद्यालय में हालात सामान्य बनाने की बात कही है.इस बीच जेएनयू शिक्षक संघ ने कुलपति जगदीश कुमार से भेंट की.
इधर, सीपीआइ नेता डीराजाने कहा कि जेएनयू में छात्रों को डराने की कोशिश हो रही है, दिल्ली पुलिस भाजपा के इशारे पर काम कर रही है. राजा ने कहा कि आरएसएस हमें देशभक्ति न सिखाए. वहीं, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि आपातकाल की तरह छात्रों को छात्रावास से पुलिस गिरफ्तार कर रही है.
राजनाथ सिंहने कहा कि यदि कोई भारत विरोधी नारे लगाता है और देश की एकता और अखंडता को क्षति पहुंचाने की कोशिश करता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. जेएनयू परिसर विवाद के बाद पहली बार बोलते हुए गृहमंत्री ने कहा जिनलोगों ने देश विरोधी काम किया है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि अफजल गुरु की बरसी के मौके पर मंगलवार को जेएनयू परिसर में छात्रों के एक समूह ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया और उसको फांसी दिए जाने के खिलाफ सरकार के खिलाफ नारे लगाए जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने एबीवीपी सदस्यों के शिकायत दर्ज करने के बाद कार्यक्रम को रद्द करने का आदेश दिया था. जेएनयू प्रशासन पहले ही अनुशासनात्मक जांच शुरू कर चुका है कि अनुमति वापस लिये जाने के बावजूद किस तरह कार्यक्रम हुआ और कहा कि आगे कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट का इंतजार करेगा.
इधर भाजपा सांसद महेश गिरि और छात्र संगठन एबीवीपी की शिकायतों के बाद दिल्ली पुलिस ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के खिलाफ जेएनयू में एक कार्यक्रम के मामले में देशद्रोह का एक मामला दर्ज किया है. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने बताया कि आईपीसी की धारा 124 ए (देशद्रोह) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत वसंत कुंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की और आगे की कार्रवाई के लिए कार्यक्रम के वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है.