जेएनयू में पनप रही देशविरोधी प्रवृत्ति पर गंभीरता से विचार हो: लोकसभा अध्यक्ष
इंदौर: दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय ( जेएनयू)के परिसर में एक आयोजन के दौरान कथित भारत विरोधी नारेबाजी पर चिंता जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज कहा कि पूरे देश को इस बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिये कि इस संस्थान में ऐसी गलत प्रवृत्ति क्यों पनप रही है. सुमित्रा ने यहां […]
इंदौर: दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय ( जेएनयू)के परिसर में एक आयोजन के दौरान कथित भारत विरोधी नारेबाजी पर चिंता जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज कहा कि पूरे देश को इस बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिये कि इस संस्थान में ऐसी गलत प्रवृत्ति क्यों पनप रही है.
सुमित्रा ने यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओें से कहा, ‘सवाल जेएनयू के विद्यार्थियों पर कार्रवाई या इसकी मांग का नहीं है. हमें इस बात पर गंभीरता से विचार करना चाहिये कि जेएनयू में गलत प्रवृत्ति आखिर क्यों पनप रही है. ‘ लोकसभा अध्यक्ष ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुर को फांसी दिये जाने के विरोध में जेएनयू में हुए प्रदर्शन की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘जो व्यक्ति अदालत में देशद्रोही साबित हुआ और अदालत के आदेश से जिसे फांसी हुई, उस व्यक्ति के समर्थन में विचार क्यों पनप रहे हैं.
इस बारे में केवल एक..दो सियासी पार्टियों को नहीं, बल्कि पूरे देश को मिलकर विचार करना चाहिये.’ इससे पहले, सुमित्रा ने तीन दिवसीय वन मेले के उद्घाटन समारोह में इस बात पर चिंता जतायी कि देश के जंगलों में मिलने वाली आयुर्वेदिक दवाइयां और इनसे जुडा ज्ञान घटता जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘वनों में मिलने वाली आयुर्वेदिक दवाइयों की तादाद जलवायु परिवर्तन के कारण कम होती जा रही है. इसके साथ ही, लोगों में वनौषधियों का ज्ञान भी घटता जा रहा है. लिहाजा हमें इन आयुर्वेदिक औषधियों को संरक्षित करना चाहिये और जंगलों से सटे गांवों में रहने वाली युवा पीढी को इनके बारे में विस्तृत जानकारी देनी चाहिये.’