राहुल गांधी ने जेएनयू में कहा, छात्रों की आवाज दबाने वाले सबसे बड़े राष्ट्रद्रोही

नयी दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज जेएनयू में एक सभा के दौरान छात्रों के सामने अपनी बात रखी. हालांकि इस दौरान राहुल गांधी के विरोध में नारे भी लगते रहे लेकिन इस शोर में भी उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा, छात्रों की आवाज दबाने वाले सबसे बड़े राष्ट्रद्रोही हैं. भारत के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2016 1:06 PM

नयी दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज जेएनयू में एक सभा के दौरान छात्रों के सामने अपनी बात रखी. हालांकि इस दौरान राहुल गांधी के विरोध में नारे भी लगते रहे लेकिन इस शोर में भी उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा, छात्रों की आवाज दबाने वाले सबसे बड़े राष्ट्रद्रोही हैं. भारत के विकास के दावे किये जा रहे हैं, हम चीन को पीछे छोड़ रहे हैं ये कहा जाता है लेकिन हमारे अधिकार छिने जा रहे हैं. हमारे देश में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है जब मैं यहां आ रहा था तो मुझे काले झंडे दिखाये गये.उन्होंंने कहा कि हमारे देश में सबकाे अधिकार है कि सब अपनी बात रखें.

मैं कुछ दिनों पहले हैदाराबाद में था कुछ लोग एक ग्रुप को राष्ट्रद्रोही कह रहे थे मैं उस ग्रुप से मिला. वह कमाल के लोग थे. वे बस अपनी बात रख रहे थे. भाजपा और आरएसएस वाले आवाज दबा रहे हैं. भाजपा और आरएसएस अपने विचार सार्वजनिक कर रहे हैं आपको रोक रहे हैं. उन्हें नहीं पता कि उनकी यह हरकत आपको और मजबूत कर रही है. इस देश में आपको अपनी विचारधारा को रखने का अधिकार है.

मालूम हो कि जेएनयू में छात्रों द्वारा आतंकी अफजल गुरु की बरसी मनाने और देश विरोधी नारे लगाने की घटना काफी तूल पकड़ चुकी है.इस मामले में आज शाम राहुल गांधी विश्वविद्यालय कैंपस पहुंचे तो उन्हें अभाविप के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाये. इसके अलावा राहुल गांधी गो बैक के नारे भी लगे.अभाविप छात्रों का आरोप है कि इस मामले का अब राजनीतिकरण किया जा रहा है. वहीं, पुलिस नेजेएनयू विवाद में आरोपी छात्रों कीधड़पकड़के लिए जेएनयू के आसापास सघन छापेमारी व तलाशी अभियानचलाया और सात और छात्रों को इस मामले में हिरासत में ले लिया.

Black flag shown to Rahul Gandhi at JNU pic.twitter.com/n8cOMhjpZH

— ANI (@ANI_news) February 13, 2016

इससे पहले जेएनयू छात्र संघ अध्यक्षववाम छात्र संगठन से जुड़े कन्हैया कुमार को कल पुलिस ने गिरफ्तारकर लिया था. एक ओर वाम दल और विपक्ष सरकार पर निर्दोष लोगों को निशाना बनाने का आरोप लगा रहे हैं तो दूसरी ओर भाजपा सांसद महेश गिर‍ि ने एक वीडियो शेयर करते हुए सीपीआई के नेता डी. राजा की बेटी की प्रदर्शन में संलिप्तता की बात कही है. इस बारे में बात करने पर डी. राजा भड़क गये और आरोपों को गलत बताया. इस मामले में आज पुलिस कन्‍हैया से पूछताछ करने वाली है.

इस बीच वाम के सीताराम येचुरी और जद(यू) नेताओं ने जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई की मांग करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. दूसरी ओर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कल देर रात कैंपस में प्रदर्शन किया और आज फिर उनका प्रदर्शन जारी है. परिषद की मांग है कि सभी आरोपियों को जल्‍द से जल्‍द गिरफ्तार किया जाये और उनपर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाए. वाम नेता सीताराम येचुरी, डी. राजा और निलोत्पल बसु जेएनयू परिसर में शाम पांच बजे विद्यार्थियों से मुलाकात करेंगे. भाजपा के श्रीकांत शर्मा ने जेएनयू की घटना पर कहा कि जेएनयू के छात्र हाफिज सईद की भाषा बोल रहे हैं, यह दुर्भाग्‍यपूर्ण है.

JNU campus row: Delhi Police detain 7 JNU students pic.twitter.com/va4PFIiVlJ

— ANI (@ANI_news) February 13, 2016

भाजपा ने वाम-जदयू पर बोला हमला

बिहार भाजपा के प्रवक्‍ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि जदयू आज वाम दलों के साथ मिल गया है. अपने ही राज्य में हो रही आपराधिक घटनाओं को छोड़ जदयू देशद्रोहियों के समर्थन में बात कर रहा है. उन्‍होंने कहा कि एक बेहद की बेहतरीन विश्वविद्यालय की छवि को छात्रों का एक दल धूमिल करने का प्रयास कर रहा है. त्रिवेदी ने कहा कि इस देश में राजनीतिक विरोध का अधिकार सभी को है लेकिन राष्‍ट्र विरोध की इजाजत सरकार कभी नहीं देगी. उन्‍होंने कहा कि सरकार हिंसा का महिमामंडन करने की अनुमति किसी को भी नहीं देगी. उन्‍होंने कहा कि छात्रों का एक दल राजनीतिक विरोध के नाम पर राष्‍ट्रविरोध का काम कर रहा है. इसे कतई बर्दास्‍त नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा कि ऐसे का समर्थन जदयू कर रहा है इसकी निंदा करते हैं. उन्‍होंने कहा कि भाजपा छात्रों का उत्‍पीड़न नहीं होने देगी लेकिन देशद्रोह की छूट किसी को भी नहीं मिलेगी. जेएनयू में जो भी हो रहा है इसका विरोध वहां के शिक्षकों और छात्रों को करना चाहिए.

हुर्रियत के दोनों धडों ने की पुलिस कार्रवाई की निन्दा

हुर्रियत कान्फ्रेंस के दोनों धडों ने जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किए जाने की आज निन्दा की और कार्रवाई को ‘‘अलोकतांत्रिक’ बताया. कन्हैया को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ परिसर में कार्यक्रम आयोजित करने के मामले में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. हुर्रियत के नरमपंथी धडे के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारुक ने यहां एक बयान में कहा, ‘जेएनयू के छात्र के खिलाफ पुलिस कार्रवाई अलोकतांत्रिक है.’ हुर्रियत के कट्टरपंथी धडे के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी ने एक अलग बयान में कन्हैया की गिरफ्तारी और छात्रों तथा प्रोफेसर एसएआर गिलानी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किए जाने की निन्दा की.

राहुल भी उतरे जेएनयू मामले में सरकार पर लगाया आरोप

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज रात कहा कि मोदी सरकार जेएनयू जैसे संस्थान पर अपनी धौंस जमा रही है जो पूरी तरह से निंदनीय है. हालांकि, उन्होंने कहा कि भारत विरोधी भावना को स्वीकार करने का कोई सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार और एबीवीपी जेएनयू जैसे संस्थान पर सिर्फ इसलिए धौंस जमा रहे हैं कि यह उनके अनुसार नहीं चल रहा। यह पूरी तरह से निंदनीय है. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘भारत विरोधी भावना स्वीकार्य होने का कोई सवाल ही नहीं है जबकि असहमति और चर्चा का अधिकार लोकतंत्र का आवश्यक तत्व है.’ जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटे बाद राहुल की टिप्पणी आयी है. संसद हमले के दोषी अफजल गुरू की फांसी के खिलाफ विश्वविद्यालय परिसर में एक कार्यक्रम को लेकर कुमार पर यह आरोप लगाया गया है. कुमार की गिरफ्तारी से छात्रों में व्यापक रोष छा गया और गैर भाजपा पार्टियों ने इसकी आलोचना की जिन्होंने इसे ‘आपातकाल जैसी’ स्थिति बताया.

राष्ट्रद्रोह बर्दास्त नहीं : सरकार

कन्‍हैया कुमार को आज गिरफ्तार किया गया और एक स्थानीय अदालत ने उसे तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया. इससे पहले दिन में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और राजनाथ सिंह ने कथित तौर पर भारत विरोधी गतिविधि में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की हिमायत की. कैम्पस में तीसरे दिन भी छात्रों का प्रदर्शन जारी है जिनका कहना है कि उन्हें चुनिंदा तरीके से निशाना बनाया जा रहा है. देशद्रोह का मामला दर्ज किये जाने पर सवाल खडे करते हुए कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि यह एक बहुत गंभीर आरोप है और भाजपा को इसके तहत कार्रवाई करने से पहले सोचना चाहिए.

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