नयी दिल्ली : जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में छात्रों का प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को दो-तीन छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय में हड़ताल किया और कन्हैया की रिहाई की मांग की. इस बीच विश्वविद्यालय के कुलपति ने छात्रों से पठन-पाठन कार्य को बाधित नहीं करने की अपील की. देशविरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया. पटियाला हाउस कोर्ट ने कन्हैया की हिरासत अवधि दो दिन बढ़ा दी है. पीठ ने कहा, ‘पुलिस इसकी जांच कर रही है. जल्दी क्या है? इसे कल के लिए रखा जाए.’ याचिकाकर्ता के वकील विष्णु शंकर जैन ने पीठ को बताया कि मीडिया हाउसों को नौ फरवरी को जेएनयू में हुए कार्यक्रम का वीडियो फुटेज पेश करने का निर्देश दिया जाना चाहिए जिसमें कथित रूप से भारत विरोधी नारेबाजी हुई थी.
कन्हैया को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को लेकर देशद्रोह और आपराधिक साजिश के एक मामले में 12 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था. एक अदालत ने यहां उसी दिन उसे तीन दिवसीय पुलिस हिरासत में भेजा था. पुलिस ने अदालत को बताया था कि उसके तथा पांच अन्य फरार आरोपियों के आतंकवादी संगठनों से कथित संबंधों की जांच जारी है. भाजपा सांसद महेश गिरि और एबीवीपी की शिकायतों के बाद वसंत कुंज (उत्तर) पुलिस थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ भादंसं की धाराओं 124 ए (देशद्रोह) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया था.
सुनवाई से कोर्ट परिसर में हंगामा, छात्र और वकीलों में झड़प
पटियाला हाउस अदालत के अंदर और बाहर वकीलों के कपडे पहने लोगों के एक समूह ने सोमवार को कन्हैया मामले पर सुनवाई से पहले छात्रों और मीडियकर्मियों सहित कम से कम छह लोगों को पीट दिया. अदालत में सुनवाई से पहले यह झडप उस समय हुई जब वकील बताये जा रहे कुछ लोग अदालती कक्ष में घुसे और ज्यादातर जेएनयू के छात्रों और वकीलों एवं मीडियाकर्मियों से कथित रूप से धक्का मुक्की करने लगे और उनसे परिसर छोडकर जाने के लिए कहने लगे. उन्होंने नारे लगाए, ‘आप (जेएनयू) राष्ट्रविरोधी और आतंकवादी पैदा करते हैं. आपको देश से बाहर होना चाहिए. हिन्दुस्तान जिंदाबाद, जेएनयू को बंद करो.’ इसके बाद उन्होंने छात्रों और शिक्षकों को बाहर की तरफ धक्का दिया. एआईएसएफ के अध्यक्ष वलीउल्लाह कादरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘जब कार्यवाही चल रही थी, वकीलों वाला गाउन पहने कुछ लोगों ने पहले हमसे अपशब्द कहना शुरू किया. और फिर अचानक उनमें से कुछ बिना किसी उकसावे के हमें बुरी तरह पीटने लगे. उन्होंने हमसे धक्का मुक्की की और छात्राओं सहित हमें पीटा.’
देशद्रोह के मामले में डीयू के पूर्व लेक्चरर गिलानी गिरफ्तार
दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व लेक्चरर एसएआर गिलानी को यहां आयोजित उस समारोह के संबंध में देशद्रोह और अन्य आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है जिसमें भारत विरोधी नारे लगाये गये थे. पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) जतिन नरवाल ने कहा, ‘गिलानी को देर रात करीब तीन बजे भारतीय दंड संहिता की धाराओं 124 ए (देशद्रोह), 120 बी (आपराधिक षडयंत्र) और 149 (गैरकानूनी रूप से एकत्र होना) के तहत संसद मार्ग पुलिस थाने में गिरफ्तार किया गया.’ उन्होंने बताया कि गिलानी को कल रात पुलिस थाने बुलाया गया था जहां उन्हें हिरासत में लिया गया और उनके कई घंटों तक पूछताछ की गयी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. उन्हें गिरफ्तार किए जाने के बाद चिकित्सीय जांच के लिए आरएमएल अस्पताल ले जाया गया. गिलानी को ऐसे समय पर गिरफ्तार किया गया है जब जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को देशद्रोह के आरोप गिरफ्तार किए जाने को लेकर विवाद छिडा हुआ है. कुमार को संसद पर हमला करने के दोषी अफजल गुरु को फांसी की सजा दिए जाने के विरोध में नौ फरवरी को आयोजित समारोह के संबंध में गिरफ्तार किया गया है.