केजरीवाल ने JNU मामले पर प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी, भाजपा विधायक पर कार्रवाई की मांग की

नयी दिल्ली : जेएनयू से जुड़े विवाद पर आम आदमी पार्टी के प्रमुख व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कदम बेहद सधे हुए हैं. वे या उनकी पार्टी का कोई नेता अबतक जेएनयू कैंपस नहीं पहुंचा है, लेकिन केजरी ने आज इस मामले परप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोएकविनम्रशब्दों,पर कड़े भाव वाला पत्र लिखा है.साथ ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 16, 2016 7:27 PM

नयी दिल्ली : जेएनयू से जुड़े विवाद पर आम आदमी पार्टी के प्रमुख व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कदम बेहद सधे हुए हैं. वे या उनकी पार्टी का कोई नेता अबतक जेएनयू कैंपस नहीं पहुंचा है, लेकिन केजरी ने आज इस मामले परप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोएकविनम्रशब्दों,पर कड़े भाव वाला पत्र लिखा है.साथ ही उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी भेंट की है. वहीं मोदी को लिखे पत्र में केजरी ने बार बार इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रविरोधीनारे लगाने वाले या कृत्य करने वालों को कतई सहन नहीं किया जायेगा, लेकिन निर्दोषों पर कार्रवाई नहीं हो. उन्होंने मोदी से चुप्पी तोड़ने की मांग करते हुए बीजेपी एमएलए ओपी शर्मा पर कार्रवाई करने, जेएनयू की प्रतिष्ठा बचाने की मांग की है.

क्या है पीएम को लिखे पत्र का मजमून?

केजरीवाल ने अपने पत्र में लिखा है कि जेएनयू विवाद व पटियाला हाउसकोर्टपरिसर में मारपीट से बहुत चिंतित हूं. उन्होंने जेएनयू का उल्लेख करते हुए लिखा है कि घटना की आड़ में प्रताड़नाउचित नहीं है.राष्ट्रभक्ति को खौफ में बदल कर संवैधानिक संस्थाओं को अपने इशारों पर चलाना उचित नहीं है. जेएनयू को आतंकियों का अड्डा बता कर प्रस्तुत करना उचित नहीं है. जेएनयू व यहां के छात्रों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया है. ऐसे विश्वविद्यालय को आतंकियों का अड्डा बताना उचित नहीं है.

केजरी ने लिखा है कि पटियाला हाउस कोर्टकी घटना विचलित करने वाली है. कुछ लोगों ने शिक्षकों, पत्रकारों व विद्यार्थियों को पीटा, पुलिस देखती रही. अगर अदालत परिसर में यह होता है तो सुरक्षित जगह कौन सी रहेगी. आजहर अखबार के पहले पन्ने पर बीजेपी एमएलए ओपी शर्मा द्वारा एक लड़के को मारने की तसवीर छपी है और यह बयान छपा है कि अगर मेरेपास बंदूक होती तो गोली मार देता. यह तो सिस्टम फेलकरने वाले हालाता हैं, यह सही नहीं है.बीजेपीका विरोध करने वाला हर छात्र राष्ट्र विरोधी नहीं है. इस किस्म की घटनाओं को अगर तुरंत नहीं रोका गया तो कहीं देर नहीं हो जाये. केजरी ने पूरे मामले मेंप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कुछ अहम कदम उठाने की मांग की है. उन्होंनेपत्र मेंलिखा है कि ओपी शर्माजैसेउपद्रवी वअराजक तत्व पर कार्रवाई कर यह संकेत दें किऐसी चीजें सहन नहीं की जायेंगी.साथ ही जेएनयू के निर्दोषों को छोड़ा जाये, जेएनयू व अन्य विश्वविद्यालय में राजनीतिक दखल नहीं दी जाये. केजरी ने लिखा है कि अगर आप ओपी शर्मा को बुला कर डांट भी देंगे तो फिर उनकी ऐसी हिम्मत नहीं होगी. केजरी ने लिखा है कि दिल्ली पुलिस को कार्रवाई का निर्देश दें, ताकि आम लोगों मेंभरोसा कायम हो. केजरी नेपत्र के अंत में फिर एक बार जोर दिया है कि राष्ट्रविरोधी ताकतों के खिलाफ पूरा देश एक है.

राजनाथ से मुलाकाता

देशद्रोह के एक मामले में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष की गिरफ्तारी के बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और उनके सामने जेएनयू की स्थिति का मुद्दा उठाया. करीब 15 मिनट चली बैठक के दौरान केजरीवाल ने संसद हमला मामले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के विरोध में आयोजित कार्यक्रम को लेकर संस्थान में पैदा स्थिति पर चिंता जताई. जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को इस कार्यक्रम के बाद गिरफ्तार किया गया था. सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सिंह को बताया कि छात्रों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के कारण मुद्दा जटिल हो गया. सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्री ने केजरीवाल को बताया कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और कानून के अनुरूप कार्रवाई की जा रही है.

आम आदमी पार्टी का स्टैंड

जेएनयू में कथित राष्ट्र विरोधी नारा एक बेहद भावनात्मकवसंवेदनशील मुद्दा है. इसलिए वे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की तरह इस पूरे मामले में अति सक्रियता दिखाने से बच रहे हैं, लेकिन मुद्दे पर राष्ट्रवादी नजरिये से अपना पक्ष रख रहे हैं. पार्टी बार बार भारत विरोधी नारे पर कार्रवाई की बात कहती है, लेकिन वह निर्दोषों को बचाने की भी मांग करती है. केजरी दिल्ली में रहते हुए अबतक न तो जेएनयू कैंपस पहुंचे हैं और न ही अपने किसी नेता को भेजा है. बल्कि दूर रह कर सोशल मीडिया, टीवी परिचर्चा के जरिये वे अपना स्टैंड रख रहे हैं.

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