नयी दिल्ली : भारत और भूटान के बीच प्रमुख द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत हुई. जिसमें भूटान में पनबिजली और अन्य क्षेत्रों में भारत की सहायता वाली परियोजनाओं का कार्यान्वयन शामिल है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे के लिए मंगलवार को रात्रिभोज का आयोजन किया जिस दौरान दोनों नेताओं ने भूटान में भारत प्रायोजित परियोजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा के साथ ही पर परस्पर हितों के मुद्दों पर चर्चा की.
तोबगे कनाडा जाने के रास्ते में यहां थे. उन्होंने कहा कि भारत और भूटान की मित्रता एक ‘‘आदर्श” है जिससे अन्य पडोसी देश प्रेरणा ले सकते हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने कहा, ‘‘उन्होंने :दोनों नेताओं: सौहार्द्रपूर्ण बातचीत की.” उन्होंने बताया कि भूटानी प्रधानमंत्री ने सुषमा को बताया कि 498 छोटी विकास परियोजनाओं को मंजूरी दे दी गई है.
भारत की सहायता से भूटान में कुल तीन हजार परियोजनाओं का कार्यान्वयन किया जा रहा है. दोनों नेताओं ने तीन प्रमुख पनबिजली परियोजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की जिसमें 720 मेगावाट मांगदेचू संयंत्र शामिल है. भारत की सहायता से दो अन्य परियोजनाओं का कार्यान्वयन हो रहा है जिनकी कुल क्षमता 2220 मेगावाट है. तोबगे ने सुषमा को भूटान यात्रा का निमंत्रण भी दिया.