संसद में उठा देवयानी के अपमान का मामला, अमेरिका ने अबतक नहीं मांगी माफी
नयी दिल्ली : एकीकृत आंध्रप्रदेश की मांग पर तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस सदस्यों तथा अमेरिका के खिलाफ प्रस्ताव की सपा सदस्यों की मांग समेत विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही शुरु होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. आज सुबह कार्यवाही शुरु होने […]
नयी दिल्ली : एकीकृत आंध्रप्रदेश की मांग पर तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस सदस्यों तथा अमेरिका के खिलाफ प्रस्ताव की सपा सदस्यों की मांग समेत विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही शुरु होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
आज सुबह कार्यवाही शुरु होने पर लोकसभा के महासचिव ने सदन को राज्यसभा में पारित संशोधित लोकपाल विधेयक के निचले सदन में आने की सूचना दी.
इसके बाद अध्यक्ष मीरा कुमार ने प्रश्नकाल शुरु करने को कहा लेकिन तेदेपा, वाईएसआर कांग्रेस कुछ कांग्रेस सदस्य एकीकृत आंध्रप्रदेश मुद्दे को उठाते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गये.
इस बीच सपा सदस्य अमेरिका में भारत की उपमहावाणिज्य दूत देबयानी खोबरागड़े के साथ वहां अमर्यादित व्यवहार किये जाने पर अमेरिका के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने की मांग करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए. मायावती ने मामले को उठाते हुए कहा कि दलित महिला होने के कारण देवयानी के अपमान मामले में सरकार ने देर से कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि अगर देवयानी किसी दूसरे जाति की होती, तो सरकार पहले ही हरकत में आ जाती.
वामदलों के सदस्यों को भी कुछ कहते देखा गया लेकिन हंगामे में उनकी बात नहीं सुनी जा सकी.अध्यक्ष ने सदस्यों से शांत रहने और अपने स्थान पर लौटने का आग्रह किया लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। उन्होंने ने एक प्रश्न लिया भी लेकिन हंगामा थमता नहीं देख अध्यक्ष मीरा कुमार ने कार्यवाही कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी. वहीं राज्यसभा में भी देवयानी के अपमान का मुद्दा उठाया गया. प्रतिपक्ष के नेता अरुण जेटली ने इस घटना की भरपूर निंदा की. उन्होंने अमेरिका की इस दादागीरी को अनुचित बताया और माफी मांगने को कहा.