भुवनेश्वर/बालासोर : ओडिया टीवी सिरियल की अभिनेत्री परलिप्ता प्रियदर्शिनी को पुलिस ने अपने पुरुष सहयोगी को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया. उसे 15 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है.परलिप्ता पर आरोप है कि उसने बालासोर जिले में अपने पुरुष सहयोगी 38 वर्षीय रंजीत पटनायक को आत्महत्या के लिए उकसाया, जिसके बाद पुल से कूदकर उसने आत्महत्या कर ली. यह घटना सात फरवरी की रात की है. उस दिन उन दोनों एक म्यूजिकल प्रोग्राम में परफॉर्म किया था और ठीक उसके बाद यह घटना घटी.
घटना के बाद एससीबी मेडिकल कॉलेज में रंजीत पटनायक को मृत घोषित कर दिया गया था, उसका लीवर क्षतिग्रस्त हो गया था व दोनों हाथ व शरीर की पसलियां टूट गयी थी. उसके शरीर पर जख्म के कई निशान पाये गये थे.
बालासोर एसपी नीति शेखर के मुताबिक उसे गिरफ्तारी के बाद अदालत में पेश किया गया व अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी ने उसे जमानत देने से इनकार कर दिया व 15 दिन की हिरासत में भेज दिया गया. परलिप्ता जेस्सी के नाम से भी जानी जाती है.
परलिप्ता ओडिया टीवी की लोकप्रिय अभिनेत्री है, पर उसका साथी रंजीत पटनायक उतना लोकप्रिय नहीं था और न ही उसे उसके इतना मेहनताना मिलता था.
सात फरवरी की रात परिलिप्ता व रंजीत एक म्यूजिकल प्रोग्राम में गये थे. उस कार्यक्रम में परिलिप्ता को तो आमंत्रित किया गया था, लेकिन रंजीत को नहीं बुलाया गया था. पर, वहां आग्रह करने पर उसे परफार्म करने दिया गया. उस कार्यक्रम में जहां परिलिप्ता को 27 हजार रुपये मेहनताना मिले, वहीं रंजीत को मात्र दो हजार रुपये मिले.
एसपी के अनुसार, लौटते वक्त परिलिप्ता ने रंजीत को उसकी लोकप्रियता व परफारमेंस पर धिक्कारा व कुछ ऐसे शब्द कहे, जिससे उसके आत्मसम्मान को ठेंस पहुंची. इसके बाद जिस कार से वे लौट रहे थे, उसमें दोनों के बीच कुछ नोंकझोंक हुई और रंजीत ने ड्राइवर से कार रोकवाया और पुल से कूद गया, जिससे उसकी जान चली गयी.
इस मामले में ड्राइवरधनेश्वर व कार्यक्रम के आयोजक के खिलाफ कोई प्रमाण नहीं मिला है, इसलिए पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया है. पुलिस अभिनेत्री व उसके दो साथियों का भुवनेश्वर में पोलीग्राफी टेस्ट कराने वाली थी, लेकिन किसी तकनीकी वजह से वह नहीं हो सका. उधर, भुवनेश्वर में ओडिशा टेलीविजन आर्टिस्ट एसोसिएशन, ओडिशा किन्नर संघ व रंजीत के दोस्तों व शुभचिंतकों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और कैंडल मार्च भी निकाला है. वे इसे पूर्वनियोजित हत्या बता कर सीआइडी से इसकी जांच कराने की मांग कर रहे हैं.