ओडिशा में चार सिमी कार्यकर्ता गिरफ्तार
भुवनेश्वर : सिमी के चार सदस्यों और एक सदस्य की मां को आज राउरकेला में गिरफ्तार किया गया. ये 2013 में मध्य प्रदेश की एक जेल से भाग गए थे और कथित तौर पर कई राज्यों में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे. पांचों को ओडिशा विशेष अभियान समूह (एसओजी) और तेलंगाना पुलिस की रणनीतिक इकाई […]
भुवनेश्वर : सिमी के चार सदस्यों और एक सदस्य की मां को आज राउरकेला में गिरफ्तार किया गया. ये 2013 में मध्य प्रदेश की एक जेल से भाग गए थे और कथित तौर पर कई राज्यों में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे.
पांचों को ओडिशा विशेष अभियान समूह (एसओजी) और तेलंगाना पुलिस की रणनीतिक इकाई द्वारा शुरू किए गए अभियान के दौरान मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया. पुलिस महानिदेशक के बी सिंह ने कहा कि तीन रिवॉल्वर और उनसे कुछ गोला-बारुद समेत पांच आग्नेयास्त्र सुरक्षा बलों ने जब्त किए.
सिंह ने कहा, ‘‘चार सिमी के कार्यकर्ता हैं और मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे. वे गलत पहचान पत्र का इस्तेमाल करके राउरकेला में शरण लिए हुए थे.” उन चारों के साथ उनमें से एक की मां को भी गिरफ्तार किया गया. उनकी पहचान महबूब खान, जाकिर खान, अहमद खान, सालिक और नजमा (महबूब की मां) के तौर पर की गई है.
सिंह ने बताया कि वे डकैती के जरिए धन जुटाने के लिए पिछले चार-पांच महीने से राउरकेला में रह रहे थे ताकि अपने अभियान को अंजाम दे सकें. चारों मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और एनआईए द्वारा वांछित थे. सिंह ने कहा कि रणनीतिक इकाई की सेवाओं का पहली बार अभियान में सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया गया.
सिंह ने कहा कि चारों जाली पहचान पत्र और पैन कार्ड रखे हुए थे और उनकी योजना छत्तीसगढ़ में एक बैंक लूटने की थी. उन्होंने कहा कि ये चारों विभिन्न स्थानों पर 17 विस्फोटों को अंजाम देने और तेलंगाना में दो तथा मध्य प्रदेश में एक पुलिसकर्मी की हत्या में शामिल थे.
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने तेलंगाना में एक बैंक से 48 लाख रुपये लूटे. एनआईए ने इनमें से प्रत्येक के सिर पर 10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी. इस प्रतिबंधित संगठन के सदस्य मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की एक जेल से भाग गए थे और उसके बाद से विभिन्न राज्यों के पुलिस दल को उनकी तलाश थी.
गिरफ्तार सिमी कार्यकर्ताओं से पुलिस गुप्त स्थान पर पूछताछ कर रही है. गिरफ्तारियों के तुरंत बाद सिंह ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और गृह सचिव से सचिवालय में मुलाकात की और उन्हें हालात के बारे में जानकारी दी.