नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर दिल्ली पुलिस की नाकामी पर ज्ञापन सौंपा. केजरीवाल ने मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस दोनों नकारे हैं. उनसे जब देशविरोधी नारे लगाने वाले चार-पांच छात्र नहीं पकड़े जा रहे हैं तो पठानकोट हमला करने वाले आतंकवादी क्या पकड़े जायेंगे. केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार उन लोगों को पकड़ना नहीं चाहती जो अशांति फैला रहे हैं. गौरतलब है कि नौ फरवरी को जेएनयू कैंपस में अफजल गुरु की बरसी मनायी गयी.
उसमें देशविरोधी नारे लगाये गये. इस मामले में पुलिस ने छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस जब बुधवार को कन्हैया को पेशी के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में लाया तब पहले से ही प्रदर्शन कर रहे कुछ वकीलों ने कन्हैया पर हमला कर दिया. इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद मामला कुछ शांत हुआ है. जांच चल रही है और विपक्ष लगातार मामले में दोषियों को पकड़ने के लिए सरकार पर दबाव बना रही है.
केजरीवाल भी इसी संबंध में और दिल्ली में गिरती कानून व्यवस्था को लेकर राष्ट्रपति से मुलाकात की है. आज दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस अदालत में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के पक्ष में बोलने पर एक वकील पर कथित हमले के सिलसिले में मामला दर्ज किया है. उस पर वकीलों के कपडे पहने लोगों ने हमला किया था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर बीती रात भादंसं की सम्बद्ध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.
कल वकीलों के कपड़े पहने कुछ लोगों के एक समूह ने विक्रम सिंह चौहान के नेतृत्व में पटियाला हाउस अदालत में पत्रकारों और कन्हैया पर हमला किया था. इससे दो दिन पहले भी इन लोगों ने वहां पत्रकारों और जेएनयू छात्रों एवं शिक्षकों को ‘राष्ट्र विरोधी’ बताते हुए उन्हें मारा पीटा था. कल कन्हैया को अदालत में पेश किए जाने से पहले वकीलों के कपडे पहने हुए कुछ लोगों का एक समूह कन्हैया के पक्ष में बोलने पर कथित रूप से दूसरे वकीलों के एक समूह से भिड गया था. दूसरे समूह के एक वकील को पीटा गया और बाद में कल पुलिस में इसे लेकर शिकायत दर्ज करायी गयी.