जाट आंदोलन : सोनीपत में आंदोलनकारियों ने एसडीएम की गाड़ी फूंकी, सेना की फायरिंग में तीन की मौत

चंडीगढ़ : जाटों की आरक्षण की मांग पर विचार करने के लिए भाजपा द्वारा समिति के गठन की घोषणा किए जाने के बाद भी जाट आंदोलन शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. मीडिया में जो खबरें चल रही हैं उसके अनुसार सोनीपत में आंदोलनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए एसडीएम की गाड़ी को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2016 3:37 PM

चंडीगढ़ : जाटों की आरक्षण की मांग पर विचार करने के लिए भाजपा द्वारा समिति के गठन की घोषणा किए जाने के बाद भी जाट आंदोलन शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. मीडिया में जो खबरें चल रही हैं उसके अनुसार सोनीपत में आंदोलनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए एसडीएम की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया.

इधर सेना ने प्रदर्शनकारियों को कंट्रोल करने के लिए फायरिंग की. सेना की फायरिंग में तीन लोगों की मौत भी हो गयी है. सोनीपत में अवरुद्ध सड़क को साफ करने का प्रयास कर रहे सेना और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों पर आज पत्थर फेंकने वाली एक भीड़ ने हमला कर दिया जिसके बाद हुये संघर्ष में वहां कुछ लोग ‘हताहत’ हुये हैं. सोनीपत के उपायुक्त राजीव रत्तन ने बताया, ‘‘हां, वहां पर एक से तीन व्यक्ति हताहत हुये हैं लेकिन मैं तत्काल कोई सटीक आंकड़ा नहीं दे सकता.”

उन्होंने बताया कि अवरुद्ध सड़क को साफ करने का प्रयास कर रहे सेना, अर्द्धसैनिक बलों और पुलिस के जवानों पर भीड़ ने पत्थर फेंके और लाठी एवं अन्य चीजों से भी हमला किया. इस प्रक्रिया में कई सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गये. डीसी ने बताया कि बेखौफ भीड़ ने आगजनी और सुरक्षा बलों पर हमला करने सहित सरकारी वाहनों में आग लगा दी. उन्होंने बताया कि पूरे इलाके में तनाव है लेकिन स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं.

सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस के अलावा सेना के करीब 150 जवानों के दो कॉलम ने आज सोनीपत में अकबरपुर-बरोटा से दिल्ली में जलापूर्ति को बंद करने वाले प्रदर्शनकारियों से सुबह चार बजे के करीब मुनक नहर का नियंत्रण अपने कब्जे में ले लिया जिसके कुछ घंटों के बाद यह घटना हुयी. जारी जाट आंदोलन के कारण सोनीपत, रोहतक, झज्जर, भिवानी और हिसार सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल है. राज्य में समुदाय को आरक्षण को लेकर लिखित आश्वासन दिये जाने की मांग पर प्रदर्शनकारी दिल्ली-अंबाला मुख्य राजमार्ग सहित कुछ सड़कों को लगातार अवरुद्ध किये हुये हैं.

हालांकि हरियाणा के कई इलाकों में आंदोलन ठंडी पड़ने लगी है और आगजनी की छुटपुट घटनाओं को छोड़कर प्रदेश में जनजीवन पटरी पर लौटने की ओर बढ़ रहा है. धीरे धीरे विभिन्न इलाकों से कर्फ्यू हटाया जा रहा है और जाट प्रदर्शनकारियों ने अवरोधकों को हटाना शुरू कर दिया है.

हरियाणापुलिसकेवरिष्ठ अधिकारी केके रावनेकहाहै किस्थिति शांतिपूर्ण है, सड़कें खुल गयी है और कुछ जगहों परछिटपुटअवरोध है, जिसे जल्द दूर कर लिया जायेगा. वहीं,दूसरी ओर राजस्थान के भरतपुर में प्रदर्शनकारियों ने आज एक बस को फूंक दिया व सड़कों पर प्रदर्शन किया. दूसरी ओर हरियाणा के सीएम मनोहन लाल खट्टर कैबिनेट की एक बैठक कर रहे हैं.

अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के प्रवक्ता राम भगत मलिक ने यहां बताया कि आगे की कार्रवाई का फैसला करने के लिए वे आज दिन में बैठक करेंगे जिनमें विभिन्न स्थानों से अवरोधकों को हटाने का फैसला किया जाना भी शामिल है. जाट आंदोलन के कारण हरियाणा से दिल्ली को बाधित हुई पानी की आपूर्ति के भी आज शाम तक बहाल होने की संभावना है क्योंकि सुरक्षा बलों ने जाट प्रदर्शनकारियों को हटा कर मुनक नहर को अपने नियंत्रण में ले लिया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उधर खराब हालात के चलते विभिन्न कस्बों में लगाए गए कर्फ्यू को भी धीरे धीरे हटाया जा रहा है.

बीती शाम कैथल और कलायत से कर्फ्यू हटा लिया गया जबकि आज सुबह हिसार और हांसी से भी कर्फ्यू हटा लिया गया. हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित रोहतक जिले में कर्फ्यू में एक घंटे की राहत दी गयी. हालात का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा आज दिन में कैबिनेट की बैठक बुलायी है. हिंसा की छुटपुट घटनाओं की रिपोर्ट आज मिली जिनमें रोहतक के महम जिले में एक सरकारी वाहन को आग के हवाले किए जाने की घटना भी शामिल है. प्रदर्शनकारियों ने हालांकि दिल्ली अंबाला मुख्य राजमार्ग समेत कुछ मुख्य मार्गो पर अवरोधक लगाए रखे. ये प्रदर्शनकारी लिखित में यह आश्वासन दिए जाने की मांग कर रहे थे कि उन्हें राज्य में आरक्षण दिया जाएगा.

जाटों ने रोहतक, हिसार और भिवानी जिलों समेत कुछ मार्गो को अभी भी बंद किया हुआ है. हिसार से दिल्ली, चंडीगढ़, सिरसा और भिवानी समेत विभिन्न गंतव्यों को जाने वाले विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गो और राज्य के राजमार्गो पर सड़क यातायात ठप है. हिसार से दिल्ली, लुधियाना, भिवानी और सादुलपुर खंडों में रेल यातायात भी बंद है. अधिकारियों ने बताया कि अंबाला पीपली मार्ग पर यातायात को बहाल कर दिया गया है तथा राज्य रोडवेज इस मार्ग पर बसों को चला रहा है लेकिन उसके बाद पीपली करनाल सोनीपत दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल होना अभी बाकी है. कई दिनों तक आरक्षण आंदोलन की आग के धधकते रहने के बाद अब कैथल जैसे कुछ शहरों में हालात सामान्य होते नजर आ रहे हैं और अधिकारियों को उम्मीद है कि आज अन्य प्रभावित इलाकों में भी हालात में सुधार होगा. हालांकि रोहतक में अभी भी कई स्थानों पर अवरोधक लगे हुए हैं लेकिन दिन में स्थिति में सुधार होने की संभावना है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया, ‘‘ लेकिन महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय : एमडीयू : में प्रदर्शनकारी अभी भी बैठे हुए हैं और हमें उम्मीद है कि वे जल्दी ही अपने घरों को लौट जाएंगे.’ रोहतक और अन्य इलाकों में हिंसा के कारण सार्वजनिक और निजी संपत्ति का सर्वाधिक नुकसान हुआ है जहां जाटों का आंदोलन हिंसक हो गया था.

हिंसा और आगजनी की घटनाओं के बाद रोहतक, भिवानी, झज्जर, जींद, हिसार, हांसी, सोनीपत, कैथल और सोनीपत के गोहाना कस्बे में कर्फ्यू लगाया गया था. यमुनानगर में सहारनपुर अंबाला, पोंटा साहिब यमुनानगर, अंबाला कैथल, सहारनपुर पीपली कुरुक्षेत्र, जिरकपुर परवानू और लाडवा शाहबाद समेत कुछ राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गो से बीती शाम कर्फ्यू हटा लिया गया था. अन्य इलाकों से मिल रही जानकारी के अनुसार दिल्ली पानीपत राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल करने के लिए सड़क से अवरोधकों को हटाया जा रहा है. कुरुक्षेत्र और झज्जर इलाकों से भी अवरोधकों को हटाए जाने की खबरें मिली हैं. यात्रियों की भीड़भाड़ को कम करने के लिए रेलवे आज शाम चार बजे चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए विशेष ट्रेन चला रहा है. यह ट्रेन चंडीगढ़ से दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन के बीच चलेगी और इसे अंबाला से सहारनपुर के रास्ते राष्ट्रीय राजधानी भेजा जाएगा क्योंकि अन्य मार्ग को अभी तक रेल यातायात के लिए नहीं खोला गया है. उत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. जाट आंदोलनकारियों के आगे झुकते हुए भाजपा ने बीती रात एक वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री की अगुवाई में पांच सदस्यीय समिति का गठन करने की घोषणा की जो सरकारी नौकरियों में समुदाय को आरक्षण की मांग की पड़ताल करेगी. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गयी है जो जाटों के लिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग को देखेगी.

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