संकट के समय एयरलाइंस से किराया कम करने का आग्रह कर सकती है सरकार : शर्मा

नयी दिल्ली : नागर विमानन राज्यमंत्री महेश शर्मा ने आज इस बात पर जोर देते हुए कि वैश्विक स्तर पर विमान किराये विनिमयन के दायरे में नहीं आते, कहा कि असामान्य परिस्थितियों में सरकार विमानन कंपनियों से टिकट के किराये कम करने का सिर्फ आग्रह कर सकती है. मौजूदा जाट आंदोलन के दौरान कई विमानन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 22, 2016 6:12 PM

नयी दिल्ली : नागर विमानन राज्यमंत्री महेश शर्मा ने आज इस बात पर जोर देते हुए कि वैश्विक स्तर पर विमान किराये विनिमयन के दायरे में नहीं आते, कहा कि असामान्य परिस्थितियों में सरकार विमानन कंपनियों से टिकट के किराये कम करने का सिर्फ आग्रह कर सकती है. मौजूदा जाट आंदोलन के दौरान कई विमानन कंपनियों ने अपने किरायों में असामान्य बढोतरी की है.

शर्मा ने कहा कि सरकार ने तत्काल कदम उठाते हुए आंदोलन के दौरान किराये नियंत्रण में रखने के उपाय के तहत अतिरिक्त क्षमता बनाने को कहा है. उनसे विमानन कंपनियों द्वारा मौजूदा आंदोलन के दौरान कुछ एयरलाइंस द्वारा अत्यधिक किराया वसूलने के बारे में पूछा गया था. कुछ यात्रा पोर्टलों पर चंडीगढ से दिल्ली की उडान का किराया 89,000 रुपये तक दिखाया गया है.
शर्मा ने यहां पर्यटन पर एक कार्यक्रम के मौके पर संवाददाताओं से अलग से बातचीत में कहा, ‘‘मेरे संज्ञान में यह लाया गया है कि टिकट काफी उंचे दाम पर बेचे गए. मंत्रालय ने तत्काल राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया सहित अन्य एयरलाइंस से संपर्क कर उडानों की संख्या बढाने को कहा जिससे किराये नियंत्रण में रखे जा सकें .” आंदोलन की वजह से रेल और सडक परिवहन सेवाएं ठप होने की वजह से घरेलू विमानन कंपनी एयर इंडिया ने चंडीगढ, अमृतसर और जयपुर के लिए अतिरिक्त उडानों का परिचालन किया जिससे लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके.

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