सीएम खट्टर ने कहा, ”दोषियों को नहीं छोड़ेंगे, मृतकों को 10 लाख मुआवजा”
रोहतक : जाट आरक्षण में हुई हिंसा के बाद क्षेत्र का जायजा लेने पहुंचे सीएम मनोहर लाल खट्टर को विरोध का समाना करना पड़ा. जाट आरक्षण को लेकर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर हालात का जायजा लेने के लिए आज हिंसा प्रभावित रोहतक पहुंचे. वहां हिंसा प्रभावित भीड़ ने उन्हें काला झंडा दिखाया ओर […]
रोहतक : जाट आरक्षण में हुई हिंसा के बाद क्षेत्र का जायजा लेने पहुंचे सीएम मनोहर लाल खट्टर को विरोध का समाना करना पड़ा. जाट आरक्षण को लेकर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर हालात का जायजा लेने के लिए आज हिंसा प्रभावित रोहतक पहुंचे. वहां हिंसा प्रभावित भीड़ ने उन्हें काला झंडा दिखाया ओर उनके विरोध में नारे लगाये. नाराज लोगों ने खट्टर वापस जाओ के नारे लगाए. वह हेलीकॉप्टर से चंडीगढ से रोहतक पहुंचे थे. वहीं उनके कार को भी भीड़ ने घेर रखा थ. उसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए खट्टर ने कहा कि जो भी तोड़ फोड़ के दोषी होंगे उन्हें छोड़ा नहीं जायेगा. सोमवार को हुई हिंसा और टकराव के बाद दिल्ली-चंडीगढ़ हाइवे (NH-1) और हिसार-दिल्ली हाइवे (NH-10) पर यातायात बहाल कर दिये जाने की खबर है.
खट्टर ने कहा कि जानमाल का बहुत नुकसान हुआ है. दंगाइयों और उपद्रवियों की पहचान करके उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा जो सरकारी अधिकारी और पुलिसवाले इस विरोध-प्रदर्शन के दौरान काम में कोताही बरतने के दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. सीएम ने भरोसा दिलाया कि जिस किसी का भी जितना भी नुकसान हुआ है, उसकी पूरी भरपाई होगी, कोई कोताही नहीं बरती जाएगी. जहां तक नौकरी का सवाल है तो जो गरीब लोग हैं, उनके लिए भी नौकरी का प्रावधान किया जाए.
सीएम खट्टर जब भाषण दे रहे थे तो लोगों ने उनका विरोध किया, जिसके चलते उन्हें बीच में ही भाषण छोड़ना पड़ा. अब तक 20,000 करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ है. आंदोलन में सबसे ज्यादा नुकसान रोहतक को हुआ है और अभी भी हालात यहां सामान्य नहीं है. रोहतक और सोनीपत में फिर से हिंसक वारदातों की खबरें आ रही हैं. यहां गाड़ियों को जलाया गया है. रोहतक पुलिस लाइन में सेना और अर्द्धसैनिक बलों को हेलीकॉप्टर से उतारा जा रहा है. रोहतक पुलिस लाइन में सबसे ज़्यादा सुरक्षा बल मौजूद हैं.
जाट आरक्षण के मुद्दे की आग राजस्थान तक पहुंची और भरतपुर में प्रदर्शनकारियों ने हाइवे जाम कर दिया. साथ ही एक बस को आग के हवाले भी कर दिया. हरियाणा सरकार ने आरक्षण के लिए जाटों के आंदोलन में निजी संपत्ति को पहुंचे नुकसान के लिए पूर्ण मुआवजे के साथ मारे गए 19 लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.