रात 12:45 बजे जेएनयू कैंपस से बाहर आये
नयी दिल्ली : जेएनयू कैंपस में राष्ट्रद्रोही नारे लगाने के आरोपित उमर खालिद और अनिर्बाण भट्टाचार्य ने मंगलवार की आधी रात दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. पुलिस ने उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया.
उन्हें बसंतकुंज थाने में रखा गया है. इसके पहले दिल्ली हाइकोर्ट ने दोनों की गिरफ्तारी पर रोक से संबंधित उनकी अर्जी को नहीं माना था. कोर्ट ने कहा था, आरोपित छात्र सरेंडर करने की जगह व तारीख बताएं, उनकी सुरक्षा का ख्याल रखा जायेगा. इसके बाद उनके पास कोई रास्ता नहीं बचा था. रात करीब पौने 12 बजे वे जेएनयू की सिक्यूरिटी कार से कैंपस के बाहर आये, जहां पहले से सादी वरदी में तैनात पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान छात्रों के साथ पत्रकारों की थोड़ी झड़प भी हुई.
उमर व खालिद दो दिन पहले ही जेएनयू कैंपस लौटे थे और उन्होंने छात्रों की सभा को संबोधित किया था. उन्हें गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली पुलिस को कैंपस में घुसने की इजाजत नहीं मिल रही थी. दिल्ली पुलिस के आयुक्त बस्सी ने इन छात्रों से कहा था कि यदि ये छात्र कानून का पालन नहीं करेंगे, तो हमारा विकल्प खुला है.
हाइकोर्ट के फैसले के बाद नहीं बचा था
आठ लोगों की तसवीरें शॉर्टलिस्टेड
इस बीच पुलिस ने आठ लोगों की तसवीरों को शॉर्टलिस्ट किया है, जिन पर बाहरी होने का संदेह है और वे जेएनयू में आयोजित एक विवादास्पद कार्यक्रम में कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी नारेबाजी करने में शामिल थे.
अभी तीन अन्य फरार
नौ फरवरी को जेएनयू में अफजल गुरु की फांसी की बरसी पर कार्यक्रम आयोजित करने के मामले में दोनों छात्र आरोपित हैं. इसी मामले में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार पहले से जेल में हैं. उमर व अनिर्बाण के सरेंडर के बाद राजद्रोह के आरोिपत तीन अन्य छात्र आशुतोष कुमार, अनंत प्रकाश व राम नागा फरार हैं.