मुरथल पहुंची डीआईजी कहा, हमारी कोशिश है कि सच्चाई सामने आये

नयी दिल्ली :जाट आंदोलन के दौरान सोनीपत के नजदीक मुरथल में महिलाओं के साथ कथित तौर पर बलात्कार होने की शिकायतों की जांच के लिए तीन सदस्यीय महिला पुलिसकर्मियों के एक दल का गठन किया गया है. इस दल ने आज कथित घटना वाले स्थान का दौरा किया. पुलिस उप महानिरीक्षक डॉ. राजश्री सिंह के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2016 1:50 PM

नयी दिल्ली :जाट आंदोलन के दौरान सोनीपत के नजदीक मुरथल में महिलाओं के साथ कथित तौर पर बलात्कार होने की शिकायतों की जांच के लिए तीन सदस्यीय महिला पुलिसकर्मियों के एक दल का गठन किया गया है. इस दल ने आज कथित घटना वाले स्थान का दौरा किया.

पुलिस उप महानिरीक्षक डॉ. राजश्री सिंह के नेतृत्व वाले इस दल में दो महिला पुलिस उपाधीक्षक भारती डबास और सुरिंदर कौर शामिल हैं. इस कथित घटना की जानकारी के लिए इस दल ने मुरथल का दौरा किया. घटनास्थल से बरामद हुए महिलाओं के कपडों के बारे में एक सवाल पर राजश्री ने मुरथल में पत्रकारों से कहा, ‘‘इन्हें जांच के लिए फोरेंसिक विभाग की प्रयोगशाला में भेजा जाएगा . देखते हैं इनसे क्या सामने आता है.” जब उनसे पूछा गया कि कथित घटना के दोषियों को पकडना पुलिस के लिए कितना चुनौतीपूर्ण है तो उन्होंने कहा कि पुलिस ने सबूत जुटाने के लिए घटनास्थल का दौरा किया है और इस संबंध में लोगों से पूछताछ की है.

उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनौतीपूर्ण है. लेकिन हमें देखने दो कि क्या हुआ. हमारा प्रयास रहेगा कि सच्चाई सामने आये .” पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें इस घटना के बारे में कोई भी जानकारी हो तो वह पुलिस के साथ साझा करें. कल राज्य सरकार ने कहा था कि जाट आंदोलन के दौरान जैसे ही उसे कथित यौन हमले की जानकारी मिली उसने उस पर तुरंत कार्रवाई की. पुलिस ने पहले कहा था कि ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं है जो मुरथल में महिलाओं के साथ किसी तरह के यौन हमले को साबित कर सके.

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने इस संबंध में एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर स्वत: संज्ञान लिया था. अदालत ने हरियाणा के पुलिस महानिदेशक और गृह सचिव से इस घटना पर अलग-अलग रिपोर्ट देने को कहा है. हालांकि सरकार ऐसी किसी भी घटना के होने से इनकार कर रही थी.

गौरतलब है कि जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान मुरथल में 10 महिलाओं के साथ गैंगरेप की खबर है. अखबार ट्रिब्यून का दावा है कि उस दिन 10 महिलाओं के साथ एनएच के किनारे गैंगरेप किया गया. लेकिन पुलिस ने मामले को उजागर नहीं होने दिया. टीवी रिपोर्ट्‌स के अनुसार अब एक चश्मदीद सामने आया है, जो एक ड्राइवर है और उसने कहा है कि उसने अपनी आंखों से देखा है कि कुछ महिलाओं को खेत में ले जाया गया और उनके कपड़े भी फाड़ दिये. उसने यह भी बताया है कि महिलाओं के साथ छेड़खानी की जा रही थी और ऐसा करने वाले लोग हथियार लिये हुए थे.

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