हैदराबाद : जेएनयू विवाद के सिलसिले में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी सहित नौ लोगों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. जनार्दन गौड नाम के एक वकील की शिकायत पर एक स्थानीय अदालत की ओर से दिए गए आदेश के आधार पर राहुल, केजरीवाल, येचुरी, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और अजय माकन, भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी राजा, जदयू महासचिव केसी त्यागी, जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और जेएनयू के शोधार्थी उमर खालिद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. एलबी नगर के पुलिस उपायुक्त तफसीर इकबाल ने आज बताया, ‘‘यह दिल्ली के जेएनयू से जुड़ा और अदालत की ओर से भेजा गया मामला है.
अदालत के निर्देश पर आईपीसी की धारा 124-ए के तहत कल राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, सीताराम येचुरी, जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार एवं अन्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया.’ इकबाल ने बताया, ‘‘इसे दिल्ली में संबंधित पुलिस थाने को भेजा जाएगा. हम अधिकार क्षेत्र के बाबत कानूनी राय लेने की प्रक्रिया में हैं.’ अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए चार मार्च की तारीख तय की है. अपनी याचिका में गौड़ ने कहा था कि राहुल और अन्य नेता जानते थे कि दिल्ली पुलिस ने कन्हैया के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया है, लेकिन इसके बावजूद वे जेएनयू परिसर गए और जानबूझकर उनका समर्थन किया, लिहाजा यह ‘‘देशद्रोह की तरह’ है.
देशद्रोह के आरोप में दिल्ली में पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके कन्हैया और खालिद पर भी इसी आरोप में मामला दर्ज किया गया है. गौड़ ने गुरुवार को यहां मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालतमें शिकायत दाखिल की थी. उन्होंने अदालत से मांग की थी कि वह पुलिस को कन्हैया और खालिद सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दे. अपनी याचिका में गौड़ ने कहा था कि उन्हें ‘‘देशद्रोही गतिविधियों’ में शामिल होने वाले और आईपीसी की धारा 124-ए के तहत आरोपों का सामना कर रहे लोगों के प्रति समर्थन दिखाने वाले सभी लोगोंं पर सवाल उठाने का हक है. दिल्ली में कांग्रेस ने इस घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भाजपा और उसके गठबंधन सहयोगियों पर आरोप लगाया कि वे ‘‘हर वह आवाज दबा रहे हैं जो उनकी दलित विरोधी और बदतर नीतियों पर सवाल उठा रही है.’ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘रोहित वेमुला से लेकर राहुल गांधी तक…मोदी सरकार की ओर से विचारों को दबाने के खिलाफ आवाज उठाने वाले हर शख्स को देशद्रोही घोषित किया जा रहा है.’