कार्ति चिदम्बरम को लेकर हंगामा, राज्यसभा स्थगित

नयी दिल्ली : रोहित वेमुला मामले और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदम्बरम के पुत्र कार्ति चिदम्बरम पर राज्यसभा में हंगामा जारी है. इस हंगामे को देखते हुए कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह सत्तारुढ़ दल की साजिश है. हंगामें के कारण राज्यसभा की कार्यवाही एक बार फिर 3 बजे तक के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 1, 2016 11:42 AM

नयी दिल्ली : रोहित वेमुला मामले और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदम्बरम के पुत्र कार्ति चिदम्बरम पर राज्यसभा में हंगामा जारी है. इस हंगामे को देखते हुए कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह सत्तारुढ़ दल की साजिश है. हंगामें के कारण राज्यसभा की कार्यवाही एक बार फिर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. 2 बजे कार्यवाही शुरू होने के बाद कांग्रेस ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया जिसे स्वीकार कर लिया गया है.उपसभापति कुरियन ने विपक्षी सांसदों से कहा कि विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर सभापति फैसला करेंगे.भाजपा सांसद मुख्‍तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार की ओर से विपक्ष के द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब दिया जा चुका है.

इससे पहलेआज सुबह दोनों सदनों की कार्रवाई हंगामें के कारण शुरू होते ही स्थगित करनी पड़ी. लोकसभा में कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष के हंगामें के कारण सदन सवा 11 बजे तक के लिए स्थगित किया गया. उसे बाद दुबारा कार्रवाई शुरू हुई लेकिन फिर एक बार हंगामें के कारण स्थगित कर दिया गया. वहीं राज्यसभा की कार्रवाई 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. एआईडीएमके के सांसद बेल में आकर हंगामा कर रहे थे. स्मृति ईरानी के बयानों पर उठा हंगामा अभी थमा भी नहीं है कि केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया अपने बयान से विवादों में आ गये हैं. पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरमको लेकर अन्नाद्रमुक सांसदों के विरोध के बीच लोकसभा की कार्रवाई एक बार फिर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया जिसकी वजह से राज्यसभा और लोकसभा को थोड़ी देर के लिए स्थगित करना पड़ा. विपक्ष के सदस्य हमें न्याय चाहिए के नारे लगा रहे थे. कांग्रेस ने रामशंकर कठेरिया के बयान को लेकर दोनों सदनों में काम रोको प्रस्ताव दिया है. कठेरिया ने एक भाषण में हिन्दुओं को अपनी ताकत दिखाने के लिए ललकारा. आगरा में एक वीएचपी नेता की हत्या के बाद श्रद्धांजलि सभा में शरीक होने पहुंचे कठेरिया यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि प्रशासन ये न समझे की मंत्री बनने से मेरे हाथ बंध गये हैं, वे भी कभी लाठी-डंडा लेकर चलते थे, हालांकि कठेरिया ने सफाई दी है कि उन्होंने कुछ भी भड़काऊ नहीं कहा है.

वहीं रोहित वेमुला की खुदकुशी के मामले में संसद में गलतबयानी कर स्मृति ईरानी विपक्ष के निशाने पर आ गई हैं. विपक्ष आज उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव ले आया है. विपक्ष का आरोप है कि स्मृति ईरानी ने रोहित वेमुला मामले में संसद को गुमराह किया है. विपक्ष स्मृति ईरानी से माफी मांगने की मांग कर रहा है. सोमवार को जब वित्त मंत्री जब बजट भाषण पढ़ने के लिए खड़े हुए तो विपक्ष ने अपने विशेषाधिकार हनन नोटिस की स्थिति जानने के लिए हंगामा भी किया हालांकि स्पीकर ने अभी इस नोटिस पर कोई फ़ैसला नहीं लिया है.

चिदंबरम के बेटे को लेकर अन्नाद्रमुक का हंगामा

पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदम्बरम के पुत्र से जुडे कथित भ्रष्टाचार के मामले में केंद्र सरकार से कार्रवाई करने की मांग करते हुए अन्नाद्रमुक सदस्यों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद साढे 11 बजे आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई.अन्नाद्रमुक सदस्यों ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की. आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अन्नाद्रमुक सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के पास आ गए. अन्नाद्रमुक सदस्य अपने हाथों में एक समाचार पत्र लिये हुए थे जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र से जुडे कथित भ्रष्टाचार के मामलों का उल्लेख था.

अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया लेकिन सदस्यों का शोरशराबा जारी रहा. हंगामे के बीच ही अध्यक्ष ने प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की और प्रश्न लिये. संबंधित मंत्री ने जवाब भी दिया. लेकिन व्यवस्था बनते नहीं देख अध्यक्ष ने कुछ ही देर बाद करीब 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दिया. सवा ग्यारह बजे कार्यवाही शुरू होने पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही.

अन्नाद्रमुक सदस्य एक बार फिर अध्यक्ष के आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे. अन्नाद्रमुक सदस्य ‘कार्रवाई करो, कार्रवाई करो, राजग सरकार कार्रवाई करो, प्रधानमंत्री कार्रवाई करें’, इंडिया वांट्स जस्टिस’ के नारे लगा रहे थे. संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि यह किसी विषय को उठाने का उपयुक्त तरीका नहीं है. सदस्य नोटिस दें और फिर विषय को उठायें. सरकार को किसी भी विषय पर चर्चा कराने में कोई ऐतराज नहीं है. अगर आसन से निर्देश मिलेगा तब हम चर्चा करने को तैयार हैं. अध्यक्ष ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और उपयुक्त तरीके से विषय उठाने को कहा.

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