Loading election data...

चिदंबरम के बचाव में आयीं सोनिया, कांग्रेस ने अनार पटेल का मामला उछाला

नयी दिल्ली : राजनीति में कई बार राजा को भी वजीर की रक्षा करने की जरूरत पड़ती है. संसद के बजट सत्र में अब ऐसा ही दृश्य दिख रहा है.कांग्रेसकेबड़ेनेता पीचिदंबरमवउनके बेटे व गुजरात की भाजपाई सीएम आनंदी बेन पटेल की बेटी अनार पटेल पर आरोप विरोधी लगा रहे हैं. सोनिया गांधी जहां अपने खास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 2, 2016 1:32 PM

नयी दिल्ली : राजनीति में कई बार राजा को भी वजीर की रक्षा करने की जरूरत पड़ती है. संसद के बजट सत्र में अब ऐसा ही दृश्य दिख रहा है.कांग्रेसकेबड़ेनेता पीचिदंबरमवउनके बेटे व गुजरात की भाजपाई सीएम आनंदी बेन पटेल की बेटी अनार पटेल पर आरोप विरोधी लगा रहे हैं. सोनिया गांधी जहां अपने खास सिपहसलारपी चिदंबरम के बचाव के लिए खुद आगे आ गयी हैं औरउन्हें क्लीनचीटदेतेहुएनरेंद्रमोदी की करीबी गुजरात की सीएम अानंदीबेनपटेल परहमलाबोल दिया है. कांग्रेस का आरोप है कि आनंदीबेनकीबेटीअनारा पटेलकोकौड़ियों केभाव में महंगी सरकारी जमीन दी गयी. सोनिया गांधी ने आज पार्टी के आला नेताओं के साथ की गयी बैठक में चिदंबरम को न सिर्फ क्लीन चिट दी, बल्कि अपने नेताओं को चिदंबरमका बचाव करने व भाजपा पर तीखे हमले करने का निर्देश दिया.

सोनिया की इस उच्च स्तरीय बैठक के तुरंत बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला मीडिया के सामने आये और आरोप लगाया कि आनंदीबेन की बेटी को 15 रुपये वर्ग मीटर की दर से 250 एकड़ जमीन दे दी गयी. उन्होंने कहा कहा कि इसके लिए चेंज आॅफ लैंड यूज किया गया. यानी भूमि की श्रेणी में बदलाव किया गया.

वहीं, दूसरी ओर भाजपा चिंदबरम पर इशरत जहां केस में हमलावर है और कह रही है कि मोदी व अमित शाह को फंसाने के लिए उन्होंने गृहमंत्री के रूप में पूरी साजिश रहे. भाजपा इसके लिए यूपीए काल के दो अफसरों जीके पिल्लई व एक अन्य के खुलासे को आधार बन रही है. वहीं, अन्नाद्रमुक एयरसेल मैक्सिस डील में चिदंबरम की भूमिको को लेकर कल से ही सदन के अंदर हंगामा कर रहा है.

आज राज्यसभा की बैठक शुरू होते ही अन्नाद्रमुक सदस्य हाथ में पर्चे और एक अंग्रेजी अखबार की प्रतियां लहराते हुए आसन के समक्ष आ गए और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र के कथित भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई की मांग करने लगे.

इसी बीच कांग्रेस के सदस्यों ने गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल की पुत्री के कारोबारी सहयोगी से जुड़े कथित जमीन सौदे के बारे में एक अंग्रेजी दैनिक में छपी खबर का मुद्दा उठाया और अपने स्थानों से आगे आ गए. हंगामे के बीच ही उप सभापति पी जे कुरियन ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. उन्होंने सदस्यों से शांत रहने और शून्यकाल चलने देने को कहा.

कुरियन ने अन्नाद्रमुक के नेता नवीनत कृष्णन से कहा कि आपने कल भी यह मुद्दा उठाया था और आश्वासन दिया था कि आज कार्रवाई बाधित नही की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर कल व्यवस्था दी जा चुकी है. बार बार के व्यवधान व सदन में हंगामे के कारण दो बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित की गयी.

उधर, लोकसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अन्नाद्रमुक सदस्यों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदम्बरम के पुत्र से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामले में केंद्र सरकार से कार्रवाई करने की मांग करते हुए भारी हंगामा किया. कांग्रेस सदस्यों ने भी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के नोटिस पर हंगामा किया. हालांकि अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शोर शराबे के बीच ही प्रश्नकाल चलाया. अन्नाद्रमुक सदस्य ‘कार्रवाई करो, कार्रवाई करो, राजग सरकार कार्रवाई करो, प्रधानमंत्री कार्रवाई करें’, इंडिया वांट्स जस्टिस’ के नारे लगा रहे थे. अन्नाद्रमुक सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर केंद्र सरकार और सदन में मौजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे. अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने अन्नाद्रमुक सदस्यों से इस विषय को शून्यकाल या उपयुक्त तरीके से नोटिस देकर उठाने को कहा. कांग्रेस सदस्यों ने अन्नाद्रमुक सदस्यों द्वारा इस विषय को उठाने का विरोध करते देखा गया. इस पर संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि अब तक कांग्रेस सदस्य रोज इसी तरह से यहां आकर (आसन के पास) विषयों को उठाते रहे हैं, बदलाव के तौर पर वे (अन्नाद्रमुक) ऐसा कर रहे हैं. इसके बाद अन्नाद्रमुक सदस्य अपने स्थान पर लौट आए. अन्नाद्रमुक सदस्यों के अपने स्थान पर लौटने पर कांग्रेस सदस्य आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे.

Next Article

Exit mobile version