नयी दिल्ली : देशद्रोह के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने रिहा होने के बाद गुरुवार रात जेएनयू में छात्रों को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने भाजपा नेताओं, पीएम और आरएसएस पर जमकर हमला किया जिसके बाद आज पहली प्रतिक्रिया आरएसएस की ओर से आई. आरएसएस ने कहा कि कन्हैया का भाषण प्रतिक्रिया के लायक नहीं है.
आरएसएस के मनमोहन वैद्य ने कहा, कन्हैया के मामले में आरएसएस क्या सोचता है इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि जज ने क्या टिप्पणी की है, उस पर विचार हो. आपको बता दें कि छात्रों के बीच अपने 40 मिनट से अधिक के संबोधन में कन्हैया ने कहा कि उनका देश के संविधान में पूरा भरोसा है और पूरी उम्मीद है कि बदलाव आकर रहेगा.
कन्हैया ने कहा कि जेएनयू विवाद देश के बुनियादी सवालों से ध्यान भटकाने की कोशिश है. मोदी जी ने देश की जनता से कई वादे किए जो पूरा नहीं कर पा रहे हैं इसलिए देश की जनता का ध्यान भटकाने के लिए इन मुद्दों का सहारा ले रहे हैं. कन्हैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार, भाजपा और आरएसएस पर जमकर अपने भाषण के दौरान जमकर चुटकी ली, खूब निशाना साधा और इनको हिटलर के नाम के साथ भी जोड़ा. कन्हैया ने कहा कि सारे निर्णय नागपुर से लिए जाते हैं लेकिन ये नहीं जानते कि जितना ये लोग दबायेंगे हम उतनी मजबूती से खड़े होंगे. संबोधन के अंत में कन्हैया ने ‘आजादी’ वाले नारे भी लगाए.