तामिलनाडु : बज गयी रणभेरी, अब होगी युद्ध की तैयारी
चेन्नई : देश के पांच राज्यों में चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. उन पांच राज्यों में दो ऐसे राज्य है जिनके परिणाम का असर भारत के राज-काज पर पड़ता है. दक्षिण भारत का एक अहम राज्य तामिलनाडु में भी चुनाव होने वाले है. हालांकि तामिलनाडु में देश की दो बड़ी पार्टी कांग्रेस वभाजपा रेस […]
चेन्नई : देश के पांच राज्यों में चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. उन पांच राज्यों में दो ऐसे राज्य है जिनके परिणाम का असर भारत के राज-काज पर पड़ता है. दक्षिण भारत का एक अहम राज्य तामिलनाडु में भी चुनाव होने वाले है. हालांकि तामिलनाडु में देश की दो बड़ी पार्टी कांग्रेस वभाजपा रेस की स्थिति में नहीं है. असली जंग डीएमके और अन्ना डीएमके के बीच है. तामिलनाडु में 234 सीटों के लिए 16 मई को चुनाव होंगे .
डीएमके व एआईडीएमके के बीच संघर्ष
तमिलनाडु में 6.55 करोड़ वोटर्स है. हालांकि तामिलनाडु के चुनावी इतिहास में पिछले कई दशकों से डीएमके व अन्ना डीएमके बारी -बारी से चुनाव जीतते रहे है. पिछले बार हुए विधानसभा चुनाव में एआईडीएमके गठबंधन 203 सीटें जीती थीं, जबकि डीएमके को करारी हार मिली थी. डीएमके गठबंधन 31 सीटें जीती थीं.
कहां है कांग्रेस और भाजपा ?
तामिलनाडु के राजनीति परिदृश्य में भाजपा कभी रेस में नहीं रही है. हालांकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह वहां अपनी राजनीतिक जमीन बनाने के लिए कई बार राज्य का दौरा कर चुके हैं. हालांकि अन्नाडीएमके और बीजेपी की दोस्ती किसी से छिपी नहीं है.उधर डीएमके और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता है. मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक कांग्रेस और डीएमके नेताओं के बीच बातचीत भी हुई है.
राज्य में कांग्रेस के कद्दावार नेता जी के वासन अलग हो चुके है. हालांकि इस बीच डीएमडीके नेता विजयकांत भी राजनीति के नये खिलाड़ी बनकर उभरे हैं वो लगातार जयललिता पर हमला बोला है.