पुलिस ने जेएनयू को कन्हैया की गतिविधि के बारे में सूचित करने को कहा

नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को चाक चौबंद सुरक्षा मुहैया कराने के प्रयासों के तहत विश्वविद्यालय के अधिकारियों से कहा है कि वे उन्हें छात्र नेता की परिसर के बाहर की गतिविधियों और उसकी यात्राओं की प्रकृति के बारे में सूचित करें. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) प्रेम नाथ ने कुमार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 5, 2016 1:30 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को चाक चौबंद सुरक्षा मुहैया कराने के प्रयासों के तहत विश्वविद्यालय के अधिकारियों से कहा है कि वे उन्हें छात्र नेता की परिसर के बाहर की गतिविधियों और उसकी यात्राओं की प्रकृति के बारे में सूचित करें. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) प्रेम नाथ ने कुमार की जेल से रिहाई के बाद विश्वविद्यालय के प्राधिकारियों को भेजे गए एक पत्र में लिखा है कि वसंत कुंज (उत्तर) पुलिस थाना के थाना प्रभारी को परिसर के बाहर ‘‘कुमार की गतिविधियों: यात्राओं के बारे में समय पर सूचित किया जाना चाहिए. थाना प्रभारी को यात्रा की प्रकृति और यात्रा के माध्यम के भी जानकारी दी जानी चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षात्मक (एहतियातन) कदम उठाए जा सकें.” विश्वविद्यालय परिसर वसंत कुंज (उत्तर) पुलिस थाना क्षेत्र में आता है.

एक पुलिस सूत्र ने बताया कि यह कदम 17 फरवरी को पटियाला हाउस कोर्ट परिसर में कुमार पर हुए हमले के बाद अदालत के आदेश के मद्देनजर उठाया गया है. अदालत ने कहा था कि पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देशद्रोह मामले के संबंध में गिरफ्तार किसी भी छात्र को खरोंच न आए. इस ताजा पत्र से संकेत मिलता है कि जब कभी कुमार विश्वविद्यालय परिसर से बाहर जाएंगे, पुलिस का एक दल उनके साथ रहेगा. पुलिस ने गुरुवार को सशर्त जमानत पर जेल से रिहा हुए कन्हैया की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित की थी और यह सुनिश्चित करने के लिए कई दलों को तैनात किया था कि वह विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षित पहुंच सकें.

कुमार को 12 फरवरी को देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था। यह मामला उस कार्यक्रम के संबंध में दर्ज किया गया था जिसमें कथित रुप से देश विरोधी नारे लगाए गए थे. यह कार्यक्रम संसद पर हमला करने के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ विरोध करने के लिए नौ फरवरी को जेएनयू परिसर में आयोजित किया गया था. एक हिंदी समाचार चैनल से मिली वीडियो क्लिप पर स्वत: संज्ञान लेते के दो दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी. कुमार की गिरफ्तारी के करीब 10 दिन बाद इसी मामले में आरोपी दो अन्य छात्रों उमर खालिद और अनिर्बाण भट्टाचार्य ने आत्मसमर्पण कर दिया था. दोनों इस समय न्यायिक हिरासत में हैं.

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