जेटली ने दिया विपक्ष के हमले का जवाब, जेएनयू सहित कई मामलों पर तोड़ी चुप्पी
नयी दिल्ली : संसद में कई महत्वपूर्ण विधेयकों के लटके होने के बीच वित्तमंत्री अरण जेटली ने आज विपक्षी दलों को बाधाकारी राजनीति छोडने एवं सहयोग करने का आह्वान किया . साथ ही उन्होंने जेएनयू, असहिष्णुता, मुद्रास्फीति और विदेश नीति जैसे मुद्दों पर राहुल गांधी के हमले पर पलटवार किया. जेटली ने राज्यसभा में राष्ट्रपति […]
नयी दिल्ली : संसद में कई महत्वपूर्ण विधेयकों के लटके होने के बीच वित्तमंत्री अरण जेटली ने आज विपक्षी दलों को बाधाकारी राजनीति छोडने एवं सहयोग करने का आह्वान किया . साथ ही उन्होंने जेएनयू, असहिष्णुता, मुद्रास्फीति और विदेश नीति जैसे मुद्दों पर राहुल गांधी के हमले पर पलटवार किया.
जेटली ने राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए यह बात कही. जेएनयू विवाद पर हुए विपक्ष के हमले का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की किसी ‘‘छात्र विशेष” के प्रति कोई दुर्भावना नहीं थी. उनका संकेत छात्र नेता कन्हैया कुमार की ओर था.
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि लोगों को अभिव्यक्ति का अधिकार तो है लेकिन देश की एकता को तोडने के लिए इस अधिकार के उपयोग की इजाजत नहीं दी जा सकती. उन्होंने कहा, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि कांग्रेस जैसी मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियां इन लोगों के विरोध में अग्रिम पंक्ति में रहें. कृपया ऐसा कुछ मत करिये जिससे कि इस तरह के लोगों को गरिमा मिले.
जेटली ने कहा कि बैंकों की मौजूदा गैर निष्पादित आस्तियों का संकट कोई बडा संकट नहीं पर एक चुनौती जरुर है. उन्होंने जानना चाहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने ऐसी स्थिति को टालने के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठाये. उन्होंने राहुल गांधी के इस आरोप का जवाब दिया कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान के मामले में पूर्व के वषो’ में भारत की जो फायदेमंद स्थिति बनी थी, उसे गंवा दिया. जेटली ने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान को पहली बार इस बात के लिए मजबूर कर रहे हैं कि वह इस बात की जिम्मेदारी ले कि भारत पर जो हमले हो रहे हैं, वह उसकी भूमि से हो रहे हैं.”