मुंबई : भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यदि उन्होंने बीफ बैन पर कोई टिप्पणी की तो उनकी नौकरी भी जा सकती है. मुंबई में अरविंद से बीफ बैन को लेकर एक सवाल पूछा गया था जिसके जवाब में उन्होंने कहा ‘शुक्रिया’ इसपर टिप्पणी करने के बाद मेरी नौकरी जा सकती है. रिजर्व बैंक से दर में कटौती को लेकर बढती उम्मीदों के बीच मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन ने मंगलवार को कहा कि अर्थव्यवस्था को संकट में डाल रही समस्याओं के लिए यह कोई ‘अकेला रामबाण’ नहीं है.
यहां मुंबई विश्वविद्यालय में सुब्रमण्यन ने विद्यार्थियों को बताया कि मुझे लगता है कि कोई एक नीति हमारे लिए रामबाण नहीं है. आपको सभी मोर्चों पर काम करना होगा. यह अर्थव्यवस्था में तेजी लाने का एक उपयोगी रास्ता है. लेकिन क्या यही एक रास्ता है. नहीं, बल्कि कई अन्य चीजें भी करनी होंगी. इस बीच, मुख्य आर्थिक सलाहकार ने भावी वित्तीय संकटों से बचने के लिए रणनीतियां बनाने की जरुरत पर भी बल दिया, भले ही फिलहाल इसकी दूर दूर तक संभावना नहीं दिखती.
किंगफिशर एयरलाइन्स संकट पर परोक्ष रुप से प्रहार करते हुए सुब्रमण्यन ने कहा कि यह एक ऐसा संकट था जहां कुछ ‘वुडपेकर एयरलाइन्स’ के मालिक ने ‘ईगल ब्रिवरीज’ में विजातीय तत्व डाले, लेकिन अपनी गलती की भरपाई नहीं की. हालांकि उन्होंने संकेत दिया कि निकासी व्यवस्था की कमी किंगफिशर एयरलाइन्स के रिण जैसे मुद्दों के लिए जिम्मेदार है जो बैंकों के लिए एक बडी मुश्किल बन गया है. उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे यहां कई निजी कंपनियां हैं. जिन्हें कारोबार में नहीं होना चाहिए. दक्ष फर्में आती हैं और कारोबार में बनी रहती हैं और अकुशल कंपनियां बाजार छोडकर चली जाती हैं. इसी तरह से एक अर्थव्यवस्था गतिशील बनती है.”