क्रिसमस मनाएंगी वृंदावन की विधवाएं
वृंदावन: इस साल होली, दशहरा और दिवाली जैसे पर्व मनाने वाली वृंदावन की विधवाएं अब यहां मीरासहभागिनी आश्रम में इस साल क्रिसमस भी मनाएंगी.सैकड़ों विधवाएं आज से क्रिसमस का त्योहार मनाएंगी जिसमें एक सजे-धजे क्रिसमस के पेड़ के चारों ओर नृत्य करने समेत अनेक आयोजन शामिल होंगे. सांता क्लॉज की टोपियां पहनीं विधवाएं अपने लिए […]
वृंदावन: इस साल होली, दशहरा और दिवाली जैसे पर्व मनाने वाली वृंदावन की विधवाएं अब यहां मीरासहभागिनी आश्रम में इस साल क्रिसमस भी मनाएंगी.
सैकड़ों विधवाएं आज से क्रिसमस का त्योहार मनाएंगी जिसमें एक सजे-धजे क्रिसमस के पेड़ के चारों ओर नृत्य करने समेत अनेक आयोजन शामिल होंगे. सांता क्लॉज की टोपियां पहनीं विधवाएं अपने लिए मोमबत्ती और सांता क्लॉज के परिधान भी तैयार कर रहीं हैं. 80 वर्षीय मनु घोष ने क्रिसमस का पेड़ सजाया है और वह बालसुलभ मन की तरह 25 दिसंबर का इंतजार कर रहीं हैं.72 वर्षीय अंजना गोस्वामी ने कहा, ‘‘मैंने बच्चों को यह त्योहार मनाते हुए देखा है इसलिए इस बार अनेक उम्रदराज विधवाओं के साथ यह पर्व मनाना एक बड़ा अनुभव होगा.’’ विधवाएं जो मोमबत्ती बना रहीं हैं वह एनजीओ सुलभ इंटरनेशनल द्वारा उन्हें आजीविका उपाजर्न के लिए दिये जाने वाले व्यावसायिक प्रशिक्षण का हिस्सा है.सुलभ के बिंदेश्वर पाठक ने बताया कि विधवाओं को तीन भाषाओं- हिंदी, बंगाली और अंग्रेजी में शिक्षा देने के लिए इंतजाम किये गये हैं और इस उद्देश्य से शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है.