यूपीएससी : इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा अधिकारी बनने की बड़ी राह

देश में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में युवा अलग-अलग संस्थानों, विश्वविद्यालयों से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करके एक सुनहरे भविष्य का रास्ता तलाशने निकलते हैं. दरअसल, इंजीनियरिंग में आने का सबसे बड़ा कारण भी यही है कि यहां आपके लिए विभिन्न क्षेत्रों में बेशुमार मौके होते हैं. अमूमन, चार वर्ष के इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के दौरान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2016 9:01 AM
देश में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में युवा अलग-अलग संस्थानों, विश्वविद्यालयों से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करके एक सुनहरे भविष्य का रास्ता तलाशने निकलते हैं. दरअसल, इंजीनियरिंग में आने का सबसे बड़ा कारण भी यही है कि यहां आपके लिए विभिन्न क्षेत्रों में बेशुमार मौके होते हैं.
अमूमन, चार वर्ष के इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के दौरान ज्यादातर छात्र अपने लक्ष्य की तरफ मजबूती से कदम बढ़ा चुके होते हैं. स्नातक कोर्स पूरा करने के बाद कॉरपोरेट सेक्टर, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम, कुछ रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेक्टर और कुछ छात्र उच्च शिक्षा के रास्ते से एकेडमिक्स में दाखिल होने का सपना देखते हैं.
एक ओर, जहां उच्च शिक्षा जैसे-एमटेक, पीएचडी में दाखिले के लिए आपको गेट (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग) की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है, वहीं यदि आप प्रतिष्ठित सरकारी नौकरियों की तरफ रुख करना चाहते हैं, तो आपके पास इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा सबसे उत्कृष्ट विकल्प है. दोनों ही परीक्षाओं के पाठ्यक्रमों में लगभग दो-तिहाई सिलेबस की समानता होने की वजह से बड़ी संख्या में छात्र दोनों ही परीक्षाओं में अपनी किस्मत आजमाते हैं. इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा के लिए अखिल भारतीय स्तर पर परीक्षा का आयोजन संघ लोक सेवा आयोग करता है.
जानें इस परीक्षा के बारे में
यूपीएससी द्वारा आयोजित की जानेवाली इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा देश की सर्वाधिक प्रतिष्ठित परीक्षाओं में शामिल है. भारत सरकार के विभिन्न विभागों में इंजीनियरिंग सेवाओं के तहत आनेवाले ग्रुप-ए और ग्रुप-बी ऑफिसरों की नियुक्ति के लिए यह सबसे बड़ा प्लेटफार्म है. मान्यता प्राप्त किसी संस्थान या विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग या तकनीक की किसी शाखा में स्नातक डिग्री रखनेवाले युवा इस परीक्षा में अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं.
मुख्य रूप से चार श्रेणियों-सिविल इंजीनियरिंग, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में यह परीक्षा आयोजित की जायेगी. इंडियन रेलवे सर्विस, सेंट्रल इंजीनियरिंग सर्विस, इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री सर्विस, सेंट्रल वाटर इंजीनियरिंग सर्विस, सर्वे ऑफ इंडिया, मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस, सेंट्रल पावर इंजीनियरिंग सर्विस आदि प्रमुख विभागों में अधिकारियों की नियुक्ति हेतु इस बार इस परीक्षा का आयोजन 27 मई, 2016 को किया जायेगा.
पूरी करनी होगी योग्यता शर्तें
यूपीएससी ने इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा के तहत वर्ष 2016 के लिए कुल 602 पदों पर आवेदन मांगे हैं.परीक्षा में शामिल होने के लिए आपके पास मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री या इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) द्वारा आयोजित सेक्शन-ए और सेक्शन-बी परीक्षा उत्तीर्ण या भारत सरकार द्वारा मान्य किसी विदेशी विश्वविद्यालय से डिग्री या डिप्लोमा या वायरलेस कम्युनिकेशन, रेडियो कम्युनिकेशन, रेडियो फिजिक्स, रेडियो इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स में एमएससी डिग्री (केवल इंडियन नवल आर्मामेंट सर्विस) होनी चाहिए.
अर्हता परीक्षा के अंतिम वर्ष में शामिल हो रहे या परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे छात्र भी आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते ऐसे छात्रों को यथासमय पर योग्यता हासिल करने का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा.
आयु सीमा : परीक्षा में शामिल होने के लिए 1 जनवरी, 2016 को आपकी आयु कम से कम 21 वर्ष और अधिकतम 30 वर्ष होनी चाहिए. आरक्षित वर्ग के लिए ऊपरी आयु सीमा में नियमानुसार छूट का भी प्रावधान किया गया है.
महत्वपूर्ण जानकारी
आवेदन की अंतिम तिथि : 25 मार्च, 2016.
आयु सीमा : 21 से 30 वर्ष के बीच.
आवेदन शुल्क : 200 रुपये (महिला/ अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति के लिए कोई शुल्क नहीं).
परीक्षा की तिथि : 27 मई, 2016.
अन्य जानकारी के लिए देखें :
http://www.upsc.gov.in/exams/notifications/2016/Engg_2016/English_Notice_ESE_2016.pdf

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