नयी दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा का एथिक्स कमेटी ने नोटिस भेजा है. राहुल गांधी पर ब्रिटिश नागरिक होने का भी आरोप लगा है. एथिक्स कमिटी के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी हैं. राहुल से नोटिस में पूछा गया है कि क्या उन्होंने कभी अपने को ब्रिटिश नागरिक घोषित किया है. इस मामले में सबसे पहले भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने संसद में शिकायत कर कहा था कि राहुल को एक सांसद के तौर पर अयोग्य घोषित कर दिया जाना चाहिए. स्वामी ने कहा कि हमारा संविधान दोहरी नागरिकता की इजाजत नहीं देता. इसलिए राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होनी चाहिए और उनपर मामला चलाया जाना चाहिए. जबकि कांग्रेस ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि यह बदले की भावना से की गयी कार्रवाई है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नरेंद्र मोदी और सुब्रह्मण्यम स्वामी सरकार की नाकामियों को छुपाने के लिए ये सब किया जा रहा है. गौरतलब है कि भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पिछले साल प्रधानमंत्री को और बाद में भाजपा के पूर्वी दिल्ली से सांसद महेश गिरी ने जनवरी में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को पत्र लिखकर इस बारे में बताया था. गिरि नें मांग की थी इस मामले को एथिक्स कमेटी के पास भेजा जाए. उसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने इस मामले को आडवाणी की अध्यक्षता वाली कमेटी के पास भेज दिया था.
जानकारी के अनुसार कमेटी का पत्र पिछले सप्ताह राहुल गांधी के पास भेज दिया गया है. सुब्रमण्यम स्वामी पिछले काफी समय से इस मामले को उठा रहे हैं. उनका कहना है कि राहुल ने यूनाइटेड किंगडम में पंजीकृत एक कम्पनी बैकऑप्स के निदेशक के तौर पर खुद को ब्रिटिश नागरिक घोषित किया था. यह कंपनी अब बंद हो चुकी है. यह पहली बार है जब किसी संसदीय कमेटी ने इस मुद्दे पर कदम उठाया है. कमिटी के नोटिस पर सुरजेवाला ने कहा कि यह एक गोपनीय चिज है इसलिए इसपर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.