वेकैंया बोले, ओवैसी को शर्म आनी चाहिए, कैलाश ने कहा- ऐसे लाेग भारत की धरती पर बोझ
नयी दिल्ली : एमआइएम नेता असदुद्दीन ओवैसी द्वारा भारत माता की जय का नारा नहीं लगाने को लेकरदियेगये बयानपर सियासीपाराचढ़ने लगा है. केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने मंगलवार को ओवैसी के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा किएमआइएम नेता को ऐसे बयान पर शर्म आनी चाहिए. वहीं, ओवैसी के बयान पर भाजपा के […]
नयी दिल्ली : एमआइएम नेता असदुद्दीन ओवैसी द्वारा भारत माता की जय का नारा नहीं लगाने को लेकरदियेगये बयानपर सियासीपाराचढ़ने लगा है. केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने मंगलवार को ओवैसी के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा किएमआइएम नेता को ऐसे बयान पर शर्म आनी चाहिए. वहीं, ओवैसी के बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर तीखी प्रतिक्रिया दी है और कहा कि भारत माता की जय बोलनेसे भी परहेज करने वाले देश छोड़कर जा सकते हैं.
भारत हमारी मातृभूमि है, सभी को इसकी पूजा करनी चाहिए : वेकैंया
वेकैंयानायडू ने इस बात पर बहस होने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि ओवैसी को इस बात को कहते हुए शर्म आनी चाहिए कि वह भारत माता की जय नहीं कहेंगे. उन्होंने कहा, भारत हमारी मातृभूमि है और सभी को इसकी पूजा करनी चाहिए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हालांकि यह कहीं लिखा नहीं है, न ऐसा कोई कानून है, फिर भी हर भारतीय नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह मातृभूमि की पूजा करे.
ओवैसी जैसे लोग भारत की धरती पर बोझ : कैलाश विजयवर्गिज
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय नेइसमामले पर ट्वीट किया हैऔर लिखा है कि ओवैसी जैसे लोग भारत की धरती पर बोझ हैं. भारत माता की जय बोले बिना रहने का अधिकार किसी को नहीं.
ओवैसी को पाकिस्तान चले जाना चाहिए : रामदास कदम
उधर, महाराष्ट्र सरकार में पर्यावरण मंत्री शिवसेना नेता रामदास कदम ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ये बहुत गंभीर बात है. ओवैसी को पाकिस्तान चले जाना चाहिए. उन्हें भारत में रहने का अधिकार नहीं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से कहूंगा कि इस बयान की वो जांच कराएं.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा था कि देश में लोगों को भारत माता की जय बोलना सिखाया जाता है. जेएनयू में देशद्रोही नारेबाजी की घटना के सामने आने के बाद उन्होंने कहा था कि नई पीढ़ी को देश भक्ति की बातें सिखाई जानी चाहिए. ओवैसी ने संघ प्रमुख भागवत का विरोध करते हुए ये बातें कही थी.