काटनी पड़ी ”शक्तिमान” की टांग, भड़के ”पशुप्रेमी” कहा- 50 रुपये में छूट जायेंगे BJP MLA

देहरादून : सोमवार को भाजपा के प्रदर्शन के दौरान घायल पुलिस के घोड़े ‘शक्तिमान’ का पैर गुरुवार को काटना पड़ा. शक्तिमान का ईलाज पिछले दिनों से चल रहा था जिसके तहत कल एक आपातकालीन जीवन रक्षक सर्जरी में उसके पैर को काटना पड़ा है. इस मामले में आज भाजपा विधायक गणेश जोशी को पुलिस ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2016 7:41 AM

देहरादून : सोमवार को भाजपा के प्रदर्शन के दौरान घायल पुलिस के घोड़े ‘शक्तिमान’ का पैर गुरुवार को काटना पड़ा. शक्तिमान का ईलाज पिछले दिनों से चल रहा था जिसके तहत कल एक आपातकालीन जीवन रक्षक सर्जरी में उसके पैर को काटना पड़ा है. इस मामले में आज भाजपा विधायक गणेश जोशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले कल एक भाजपा कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया गया था. पशुओं से इस प्रकार के व्यवहार के लिए कानून में मात्र 50 रुपये जुर्माना है. इस कृत्य के बाद आरोपी मात्र 50 रुपये जुर्माना देकर छूट सकता है. इस बात की जानकारी पशु अधिकार कार्यकर्ता गौरी मौलेखी ने दी है.

उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक ने गुरुवार कोइस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि गैंगरीन फैलने के डर से घोड़े का पांव काटना पड़ा है. उन्होंने बताया कि घोड़े के घायल पैर में खून का प्रवाह बंद होने के कारण डॉक्टरों को ऐसा करना पढ़ा. आपको बता दें कि कथित तौर पर देहरादून में कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा के प्रदर्शन के दौरान शक्तिमान की टांग टूट गई थी. इस विरोध प्रदर्शन की तस्वीर सामने आई जिसमें भाजपा विधायक गणेश जोशी लाठी लिये दिख रहे हैं.

जोशी पर आरोप है कि उन्होंने ही घोड़े पर प्रहार किया जिससे उसकी टांग में चोट लगी. गुरुवार को इस घायल घोड़े को देखने भाजपा विधायक स्वंय पहुंचे. यहां पर उन्होंने घोड़े की देख-रेख कर रहे लोगों से उनका हाल जाना.

क्या दिखा तस्वीरों में

भाजपा के विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें इन दिनों चर्चा का विषय बनी हैं. इन तस्वीरों में भाजपा विधायक गणेश जोशी पुलिस के घोड़े शक्तिमान के आगे लाठियां भांजते दिखाई दे रहे हैं. तस्वीरों में इस प्रदर्शन के दौरान घोड़ा गिरते हुए नजर आ रहा है जिससे उसकी टांग टूट जाती है. घोड़े की टांग तोड़ने का आरोप भाजपा विधायक गणेश जोशी पर लगा है. जोशी के खिलाफ जानवरों से क्रूरता के कानून के तहत एफआईआऱ दर्ज की गई है.

कौन है शक्तिमान

शक्तिमान उत्तराखंड पुलिस का एक घोड़ा है जिसे 95,000 रुपये में खरीदा गया था. पुलिस दल में शामिल करने से पहले पंजाब में उसे ट्रेनिंग दी गई थी. शक्तिमान साल 2006 से उत्तराखंड पुलिस के साथ ड्यूटी कर रहा था. अर्धकुंभ के अलावा 2010 के कुंभ मेले में भी शक्तिमान पुलिस के साथ ड्यूटी कर चुका है. शक्तिमान का इस्तेमाल पुलिस मुख्य रूप से कानून व्यवस्था की ड्यूटी के दौरान करती है. इसके अलावा शक्तिमान पुलिस और सरकार के समारोहों में हिस्सा लेता रहा है.

क्या कहा जोशी ने

इस मामले में गणेश जोशी का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं पर घोड़े दौड़ा रही थी जिसके बाद उन्होंने लाठी से सिर्फ घोड़े को डराया था. प्रदर्शन के दौरान सफेद शर्ट वाले एक अनजान व्यक्ति ने शक्तिमान का लगाम खींचा जिसके बाद वह गिरा पड़ा. गौरतलब है कि पुलिस के घोड़े की टांग टूटने के बाद से उत्तराखंड की राजनीति में बवाल मचा हुआ है.

शक्तिमान का चल रहा है ईलाज

शक्तिमान का ईलाज डॉक्टर कर रहे हैं. डॉक्टरों ने शक्तिमान की टूटी टांग का ऑपरेशन करके उसे पहले जोड़ दिया था लेकिन रक्त प्रवाह के पैर तक नहीं पहुंच पाने के कारण गुरुवार को उसके टांग को काटने की नौबत आ गई. ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने कहा था कि ऑपरेशन सफल रहा है. उसके पैर को स्टील की प्लेट लगाकर जोड़ा गया है. कुछ दिन बाद शक्तिमान चल-फिर तो सकेगा लेकिन दस साल तक उत्तराखंड पुलिस के साथ ड्यूटी करनेवाले शक्तिमान के लिए अब ड्यूटी करना आसान नहीं होगा.

जान बचाने के लिए शक्तिमान का पैर काटना पडा

भाजपा के प्रदर्शन के दौरान सोमवार को यहां क्रूरतापूर्वक हमले के शिकार पुलिस के घोडे ‘शक्तिमान’ का पैर एक आपातकालीन जीवन रक्षक सर्जरी में काटना पडा. पुणे से आये चिकित्सकों की टीम ने निर्णय लिया था कि घोडे की जान बचाने के लिये उसके टूटे पिछले पैर को काटना पडेगा जिसके बाद यहां एक पशु अस्पताल में सर्जन फिरोज खम्बाटा के नेतृत्व में डॉक्टरों के एक समूह ने घोडे का आपरेशन किया.

भाजपा विधायक गणेश जोशी गिरफ्तार
आज पुलिस ने भाजपा विधायक गणेश जोशी को गिरफ्तार किया है. इससे पहले गुरुवार को मामले में भाजपा के एक कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया गया. विरोध प्रदर्शन के दौरान तीन दिन पहले यहां उत्तराखंड पुलिस के घोडे ‘शक्तिमान’ के गिरकर घायल होने के लिये जिम्मेदार भाजपा कार्यकर्ता को गुरुवार को नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर से गिरफ्तार कर लिया गया. उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्घू ने यह जानकारी दी. हालांकि, आरोपी विधायक गणेश जोशी को पुलिस द्वारा समन जारी किये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘मामले की जांच कर रहे अधिकारी ही समन जारी करने वाले सक्षम अधिकारी हैं.’

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